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चीन के हथियारों का परीक्षण प्रयोगशाला बना पाकिस्तान, 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान मदद की
उपसेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने बड़े खुलासे किए (तस्वीर: एक्स/@ficci_india)

चीन के हथियारों का परीक्षण प्रयोगशाला बना पाकिस्तान, 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान मदद की

लेखन गजेंद्र
Jul 04, 2025
02:20 pm

क्या है खबर?

भारतीय उपसेना प्रमुख (क्षमता विकास और संधारण) लेफ्टिनेंट जनरल राहुल आर सिंह ने शुक्रवार को 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान चीन और पाकिस्तानी सांठगांठ को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने कहा कि जब भारत और पाकिस्तान का युद्ध चल रहा था, तब चीन दुश्मन देश की हरसंभव मदद कर रहा था। उन्होंने बताया कि भारत-पाकिस्तान के DGMO स्तर की वार्ता के दौरान भी चीन ने पाकिस्तान को भारत के महत्वपूर्ण क्षेत्रों की लाइव अपडेट तक साझा की थी।

खुलासा

युद्ध के समय भारत के एक नहीं बल्कि 3 दुश्मन थे- लेफ्टिनेंट

दिल्ली में फिक्की द्वारा आयोजित 'न्यू एज मिलिट्री टेक्नोलॉजीज' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा कि चीन अपने हथियारों का परीक्षण अन्य हथियारों के खिलाफ करता है और पाकिस्तान चीन के लिए जीवित प्रयोगशाला बना है। उन्होंने कहा कि जब भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध हो रहा था, तब भारत के एक नहीं बल्कि 3 दुश्मन थे। उन्होंने पाकिस्तान, चीन और तुर्की का जिक्र करते हुए कहा कि तुर्की पाकिस्तानी सेना को सैन्य हार्डवेयर और ड्रोन प्रदान करते थे।

तैयारी

पाकिस्तान के पास 81 प्रतिशत सैन्य हार्डवेयर चीनी हैं

लेफ्टिनेंट राहुल ने कहा, "पूरे ऑपरेशन के दौरान वायु रक्षा और उसका संचालन कैसे किया गया, यह महत्वपूर्ण था। इस बार, हमारे आबादी वाले केंद्रों पर ठीक से ध्यान नहीं दिया गया, लेकिन अगली बार, हमें इसके लिए तैयार रहना होगा। हमारे पास एक सीमा थी और 2 विरोधी थे, वास्तव में 3। पाकिस्तान सबसे आगे था। चीन हरसंभव सहायता प्रदान कर रहा था। पाकिस्तान के पास 81 प्रतिशत सैन्य हार्डवेयर चीनी है।"

सावधान

तुर्की के ड्रोन से भारतीय शहरों को निशाना बनाने की कोशिश

लेफ्टिनेंट ने युद्ध में तुर्की का जिक्र करते हुए कहा कि उसने पाकिस्तान को ड्रोन मुहैया कराए, जिनका इस्तेमाल 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय शहरों और सैन्य प्रतिष्ठानों पर निशाना बनाकर किया गया। भारतीय वायु रक्षा प्रणालियों ने मिसाइलों सहित अधिकांश प्रोजेक्टाइल को मार गिराया, जिससे हमारा कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' से सबक लेने को कहा और बताया कि भारत को हमेशा आगे रहना चाहिए, लेकिन जब सैन्य लक्ष्य हासिल हो जाए तो उसे रोक देना चाहिए।

लक्ष्य

21 लक्ष्यों को पहचाना था, जिसमें 9 पर हमला किया

उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमले की योजना कई डाटा पर आधारित था, जिसे प्रौद्योगिकी और मानव खुफिया जानकारी से इकट्ठा किया गया है। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान में 21 लक्ष्यों की पहचान की गई थी, लेकिन उसमें 9 को ही निशाना बनाने में सैन्य बल ने समझदारी दिखाई। उन्होंने कहा कि युद्ध शुरू करना आसान है, लेकिन इसे नियंत्रित करना बहुत मुश्किल है, लक्ष्यों पर निशाना हमारी बहुत सही चाल थी।

युद्ध

7 मई को शुरू हुआ था ऑपरेशन सिंदूर

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मार दी। इसके बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया। भारत ने पहले पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता समेत कई करार तोड़े। इसके बाद 7 मई को भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान में आतंकी ठिकाने नष्ट किए। इसके बाद पाकिस्तान ने भी भारत पर मिसाइल-ड्रोन दागे, जिनको निष्क्रिय किया गया। पाकिस्तान ने 10 मई को युद्ध विराम की पेशकश की।