
'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद रक्षा बजट में हो सकती है 50,000 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी
क्या है खबर?
भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच चलाए गए 'ऑपरेशन सिंदूर' के बाद केंद्र सरकार अब अपना रक्षा बजट बढ़ा सकती है, जिससे आधुनिक हथियारों की खरीद हो सके।
इंडिया टुडे ने सूत्रों के हवाले से बताया कि सरकार ने अनुपूरक बजट के जरिए 50,000 करोड़ रुपये के अतिरिक्त प्रावधान का प्रस्ताव रखा है, जिसे संसद के शीतकालीन सत्र में मंजूरी मिलने की संभावना है।
इसे नए हथियारों और गोला-बारूद के साथ-साथ प्रौद्योगिकी की खरीद पर भी खर्च किया जाएगा।
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अनुसंधान पर भी खर्च होगा बजट
अतिरिक्त बजट आवंटन से सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं, आवश्यक खरीद, अनुसंधान और विकास के लिए प्रावधान हो सकता है।
बता दें कि इस वर्ष 2025-26 के लिए केंद्रीय बजट में रक्षा के लिए रिकॉर्ड 6.81 लाख करोड़ रुपये आवंटित किये गये हैं, जो पिछले वित्तीय वर्ष से 9.53 प्रतिशत अधिक है।
वर्ष 2014 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) सरकार के सत्ता में आने के बाद से 10 वर्षों में रक्षा बजट करीब 3 गुना बढ़ गया है।
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पाकिस्तान से 9 गुना बड़ा है भारत का रक्षा बजट
मौजूदा आंकड़ों को देखें तो भारत का रक्षा बजट कुल 6.81 लाख करोड़ रुपये यानी 81 अरब डॉलर है, जबकि पाकिस्तान का रक्षा बजट 2,500 अरब रुपये यानी सिर्फ 9 अरब डॉलर है।
पाकिस्तान भारत से रक्षा खर्च के मामले में काफी पीछा है। भारत का रक्षा बजट उससे 9 गुना अधिक है।
यही नहीं, भारत अपना बजट आधुनिकीकरण, आत्मनिर्भरता, अनुसंधान और सीमा पर बुनियादी ढांचे पर खर्च करता है, जबकि पाकिस्तान अपना बजट सिर्फ हथियार मंगवाने पर लगाता है।