
पाकिस्तान की पोल खोलने के लिए 2 और प्रतिनिधिमंडल रवाना; थरूर अमेरिका निकले, पांडा बहरीन पहुंचे
क्या है खबर?
आतंकवाद पर पाकिस्तान की पोल खोलने और 'ऑपरेशन सिंदूर' के बारे में जानकारी देने के लिए भारत के 2 और प्रतिनिधिमंडल निकल चुके हैं।
कांग्रेस सांसद शशि थरूर की अगुवाई में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल अमेरिका रवाना हो चुका है। वहीं, भाजपा सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सांसदों की एक टीम खाड़ी देशों के लिए रवाना हुई।
थरूर और उनकी टीम अमेरिका, पनामा, गुयाना, ब्राजील और कोलंबिया जाएगी।
बयान
थरूर बोले- चुपचाप आतंकवाद को नहीं झेलेंगे
दिल्ली हवाई अड्डे पर थरूर ने कहा, "हमें अपने देश के लिए और आतंकवाद के खिलाफ अपनी प्रतिक्रिया के लिए आवाज उठानी होगी। हमें विश्व को यह संदेश देने की आवश्यकता है कि हम चुपचाप आतंकवाद का दंश नहीं झेलेंगे और जवाब देंगे। हम नहीं चाहते कि दुनिया आतंकवाद से सिर्फ इसलिए आंखें फेर ले, क्योंकि यह सिर्फ हम झेल रहे हैं। हम नहीं चाहते कि उदासीनता सच्चाई पर विजय प्राप्त करे। यह शांति और उम्मीद का मिशन है।"
ओवैसी का बयान
ओवैसी ने कहा- पाकिस्तान आतंकी शिविर चला रहा
प्रतिनिधिमंडल के सदस्य असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "पाकिस्तान आतंकवादी शिविर चला रहा है, उन्हें समर्थन दे रहा है। ये भारत में आकर आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देते हैं।"
वहीं, पांडा ने कहा, "सबसे बड़ा संदेश एकता का है, जो हमने दुनिया को दिखाया है। हम इस संदेश को लेकर बहुत स्पष्ट हैं कि युद्ध में जीत हासिल करने के बाद दुनिया को आतंकवाद पर ध्यान केंद्रित करने के लिए कहना भी महत्वपूर्ण है, जिससे दुनिया के कई देश पीड़ित हैं।"
सदस्य
दोनों प्रतिनिधिमंडल के बारे में जानिए
थरूर की अगुवाई वाले प्रतिनिधिमंडल में LJP सांसद शांभवी, JMM के सरफराज अहमद, TDP सांसद हरीश बालयोगी, भाजपा के शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या और भुवनेश्वर कलिता, शिवसेना के मिलिंद देवड़ा और पूर्व राजनयिक तरनजीत संधू शामिल हैं।
वहीं, पांडा के नेतृत्व वाला प्रतिनिधिमंडल सऊदी अरब, कुवैत, बहरीन और अल्जीरिया की यात्रा करेगा। इसमें निशिकांत दुबे, फांगनोन कोन्याक, रेखा शर्मा, असदुद्दीन ओवैसी, सतनाम संधू, गुलाम नबी आजाद और हर्ष श्रृंगला शामिल हैं।
अन्य प्रतिनिधिमंडल
सुप्रिया सुले के नेतृत्व में आज रवाना होगा एक और प्रतिनिधिमंडल
सुप्रिया सुले के नेतृत्व वाला एक प्रतिनिधिमंडल आज रवाना होगा, जो मिस्र, कतर, इथियोपिया और दक्षिण अफ्रीका जाएगा।
इसमें भाजपा के राजीव प्रताप रूडी और अनुराग ठाकुर, AAP के विक्रमजीत साहनी, कांग्रेस के मनीष तिवारी, TDP के लावु श्रीकृष्ण देवरायलू, पूर्व मंत्री मुरलीधरन, आनंद शर्मा और पूर्व राजनयिक सैयद अकबरुद्दीन शामिल हैं।
वहीं, श्रीकांत शिंदे, संजय कुमार झा और के कनिमोझी के नेतृत्व में 3 प्रतिनिधिमंडल पहले ही संयुक्त अरब अमीरात (UAE), जापान और रूस पहुंच चुके हैं।
उद्देश्य
विदेशों में प्रतिनिधिमंडल क्यों भेज रहा है भारत?
आतंकवाद पर पाकिस्तान को बेनकाब करने के लिए एक बड़े कूटनीतिक कदम के तहत केंद्र सरकार 7 सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को अलग-अलग देशों में भेज रही हैं। इन प्रतिनिधिमंडलों में 59 सदस्य हैं, जिनमें विपक्षी पार्टियों के नेता और राजदूत भी शामिल हैं।
यह प्रतिनिधिमंडल विदेशी सरकारों, थिंक टैंकों और मीडिया के साथ बातचीत करेंगे, ताकि पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाले आतंकवाद के संदर्भ में 'ऑपरेशन सिंदूर' की जरूरत पर भारत का दृष्टिकोण पेश किया जा सके।