
भारतीय सांसदों को लेकर मॉस्को पहुंचा विमान ड्रोन हमले के कारण चक्कर लगाता रहा, सुरक्षित उतरा
क्या है खबर?
पाकिस्तान को लेकर भारतीय रुख और 'ऑपरेशन सिंदूर' की जानकारी देने रूस की राजधानी मॉस्को पहुंचे भारतीय प्रतिनिधिमंडल को अजीब स्थिति का सामना करना पड़ा।
दरअसल, रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध के दौरान गुरुवार को ड्रोन हमले के बाद मास्को हवाई अड्डे को कुछ देर के लिए बंद कर दिया।
तभी भारतीय सांसदों का विमान मॉस्को हवाई क्षेत्र में ही चक्कर लगाता रहा और कई घंटे बाद नीचे उतरा। प्रतिनिधिमंडल के सभी सदस्य सुरक्षित हैं।
हमला
बाल-बाल बचा विमान
भारतीय सांसदों का 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल 22 मई को मॉस्को के लिए रवाना हुआ था, जिसका नेतृत्व द्वविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) की सांसद कनिमोझी कर रही हैं।
विमान जैसे ही मॉस्को पर उतरने वाला था, वहां ड्रोन हमलों के कारण सभी विमानों की लैंडिंग रोक दी गई। इस दौरान घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों उड़ानें हवाई क्षेत्र में चक्कर लगाते रहे।
सुरक्षा की स्थिति का आकलन करने के बाद उन्हें सुरक्षित नीचे उतारा गया और उन्हें सुरक्षित होटल ले गए।
दौरा
प्रतिनिधिमंडल में कौन-कौन शामिल?
केंद्र सरकार की ओर से 33 देशों की यात्रा के लिए 59 सदस्यों का 7 समूह तैयार किया गया है, जिसमें सांसद, वरिष्ठ नेता और राजदूत शामिल हैं।
कनिमोझी के नेतृत्व में रूस आने वाले समूह में सांसद राजीव राय, मियां अल्ताफ अहमद, बृजेश चौटा, प्रेम चंद गुप्ता, अशोक कुमार मित्तल और राजदूत मंजीव एस पुरी और जावेद अशरफ शामिल हैं।
ये रूस के बाद स्लोवेनिया, ग्रीस, स्पेन और लातविया का भी दौरा करेंगे।