वायु प्रदूषण: दिवाली के बाद दिल्ली में फिर हालत खराब, कई इलाकों में 999 पहुंचा AQI
दिल्ली में पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद दिवाली पर जमकर आतिशबाजी देखने को मिली, जिससे यहां प्रदूषण का स्तर एक बार फिर से 'खराब श्रेणी' में पहुंच गया है। सोमवार सुबह दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में आसमान में धुंध की मोटी चादर छा गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, दिल्ली में कई जगह पर सांस लेना दूभर है और यहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 900 के पार पहुंच गया।
दिल्ली के किन इलाकों में कितना बढ़ा प्रदूषण?
दिल्ली के कुछ इलाकों में AQI का स्तर 900 के पार पहुंच गया। सुबह इंडिया गेट क्षेत्र पर AQI स्तर 999 पर था। इसके अलावा मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम क्षेत्र में भी AQI सुबह 999 पर था, जो बाद में घटकर 553 पर आ गया। पूसा में सूचकांक 970 दर्ज किया गया और शहर की सबसे प्रदूषित जगहों में से एक आनंद विहार क्षेत्र में 849 AQI दर्ज किया गया।
PM2.5 और PM10 का भी बढ़ा स्तर
हवा में मौजूद सभी प्रदूषक कणों में सबसे हानिकारक PM2.5 और PM10 का स्तर ITO और दिल्ली हवाई अड्डे समेत कई जगहों पर 500 से ऊपर पहुंच गया, जो 'खतरनाक' श्रेणी में आता है। दिल्ली में PM2.5 का औसत स्तर सुबह 7 बजे 200.8 दर्ज किया गया, जबकि यह रविवार को इसी समय 83.5 था। PM हवा में मौजूद ठोस या तरल पदार्थों के सूक्ष्म प्रदूषक कण होते हैं, जो सीधे फेफड़ों को प्रभावित करते हैं।
दिल्ली के आसपास इलाकों में क्या स्थिति?
दिल्ली के आसपास इलाकों में भी पटाखों पर प्रतिबंध का खुलेआम उल्लंघन किया गया। AQI डॉट इन के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, नोएडा में PM2.5 का स्तर 238 दर्ज किया गया। यहां AQI कई जगहों पर 448 पहुंच गया है। गौतमबुद्ध नगर में 11 हॉट स्पॉट चिन्हित किए गए हैं। ग्रेटर नोएडा में भी AQI खराब है। गाजियाबाद की हवा भी खतरनाक जोन में बनी हुई है। यहां इंदिरापुरम में AQI 505 दर्ज किया गया। गुरुग्राम का AQI 241 रहा।
दिल्ली सरकार ने जारी की है एडवाइजरी
प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य विभाग ने एडवायजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि लोगों को खुले वातावरण में सुबह की सैर और अन्य शारीरिक व्यायाम से बचना चाहिए। स्वास्थ्य विभाग ने वायु प्रदूषण के दौरान विशेषकर गर्भवती महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को अधिक सावधानी बरतने और बाहर न निकलने को कहा है। सांस फूलने, चक्कर आने, खांसी, सीने में असहजता या दर्द होने, आंखों में जलन होने पर चिकित्सीय परामर्श लेने को कहा है।
पिछले सालों में दिवाली पर कैसी थी दिल्ली की हवा?
CPCB के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में पिछले साल दिवाली पर AQI 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 दर्ज किया गया। दिवाली से ठीक पहले हवा की गुणवत्ता में तेजी से सुधार देखा गया था। इसकी सबसे बड़ी वजह 10 नवंबर को रुक-रुक हुई बारिश और हवा की गति का तेज होना है, जो प्रदूषकों को उड़ा ले गई।