दिल्ली में आज भी हवा जहरीली, 4 दिन बाद राहत मिलने की उम्मीद
क्या है खबर?
दिल्ली में वायु प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है और आज भी हवा जहरीली बनी हुई है।
राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में अचानक आई भारी गिरावट के पीछे एक बड़ा कारण पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में वृद्धि भी है।
इस बीच भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अनुमान लगाया है कि दिल्ली को 4 दिन बाद राहत की सांस मिल सकती है।
आइए जानते हैं कि मौसम वैज्ञानिकों ने बदलाव को लेकर क्या कुछ कहा।
मौसम
मौसम में बदलाव से दिल्ली को मिल सकती है राहत- IMD
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता की स्थिति में सुधार की एकमात्र उम्मीद मौजूदा मौसम संबंधी बदलाव है।
यहां फिलहाल तापमान कम होने से वायु प्रदूषण को रोकने वाली हवाएं धीमी हो गई हैं। IMD का कहना है कि सर्दियों की धीमी हवाओं से वायुमंडल में प्रदूषण बना रहता है, जिसके कारण दिल्ली में स्थिति बदतर हो गई है।
यहां 7 नवंबर के आसपास अपेक्षित एक पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में बदलाव की संभावना है।
मौसम
वायु प्रदूषण को लेकर मौसम वैज्ञानिकों ने क्या कहा?
IMD के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, "सर्दियों के दौरान आमतौर पर प्रकृति में प्रति-चक्रवात होता है। इसके कारण वायुमंडल में हवा नीचे की ओर चलती है, जिसके कारण वह प्रदूषण के कणों को वायुमंडल से बाहर निकलने से रोकती है और उन्हें सतह के पास बनाए रखती है।"
उन्होंने कहा, "ऐसा नहीं है कि मौसम इस प्रदूषण का कारण बन रहा है, लेकिन इस मामले में वह मदद के लिए अभी कुछ नहीं कर रहा है।"
मौसम
पश्चिमी विक्षोभ के कारण बदल सकता है हवाओं का रुख- IMD
महापात्र ने कहा, "पश्चिमी विक्षोभ के कारण आने वाले दिनों में हवाओं की दिशा बदल सकती है। इन सबके परिणामस्वरूप प्रदूषक तत्वों का फैलाव हो सकता है, जिससे दिल्ली को राहत मिल सकती है।"
उन्होंने कहा, "विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने की उम्मीद है, लेकिन दिल्ली में बारिश की उम्मीद नहीं है।"
उन्होंने कहा, "हम 8 नवंबर से दिल्ली की स्थिति में सुधार की उम्मीद कर सकते हैं।"
आईआईटी
क्या पड़ोसी राज्यों से दिल्ली पहुंच रही है प्रदूषित हवा?
IIT कानपुर के प्रो सच्चिदानंद त्रिपाठी के अनुसार, "दिल्ली में बढ़े प्रदूषण के पड़ोसी राज्यों में पराली जलाना भी एक मुख्य कारण हो सकता है। ऐसा लगता है कि जहरीली हवाएं पंजाब और हरियाणा से होकर दिल्ली तक पहुंच रही हैं।"
उन्होंने कहा, "ये हवाएं पंजाब और हरियाणा से प्रदूषक तत्वों को दिल्ली में धकेल रही हैं। पिछले 3 से 4 दिनों में पड़ोसी राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं में तेजी रिकॉर्ड की गई है।"
पराली
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में रिकॉर्ड वृद्धि
इस साल पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं में लगभग 40 प्रतिशत वृद्धि देखी गई है। यहां 15 सितंबर के बाद से लगभग 12,800 घटनाएं रिकॉर्ड की गई है, जिनमें से 5,140 घटनाएं नवंबर के पहले 3 दिनों में घटित हुई हैं।
पंजाब में धान की खेती के तहत 35 प्रतिशत क्षेत्र यानी लगभग 10 लाख हेक्टेयर में अभी भी फसल की कटाई शेष है, जिसके कारण पराली जलाने की घटनाएं कुछ समय तक जारी रहने की संभावना है।
प्रदूषण
दिल्ली में क्या है वायु गुणवत्ता की स्थिति?
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में बनी हुई है।
शनिवार सुबह आनंद विहार इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 448, जहांगीरपुरी में 421, द्वारका सेक्टर-8 में 435 और IGI हवाई अड्डे के आसपास 421 अंक दर्ज किया गया।
CPCB के अनुसार, 27 अक्टूबर से 3 नवंबर के बीच दिल्ली में AQI 200 अंक से अधिक बढ़कर 450 अंक से ऊपर पहुंच गया था।