दिल्ली में प्रतिबंध के बावजूद दिवाली की रात जमकर फूटे पटाखे, हवा की गुणवत्ता 'बहुत खराब'
दिल्ली में पटाखों की बिक्री और निर्माण से लेकर उपयोग पर प्रतिबंध है, लेकिन लोगों ने दिवाली की रात जमकर आतिशबाजी की। इसका असर सुबह वायु प्रदूषण पर दिखा। वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान एवं अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक, दिवाली की सुबह गुरुवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 328 था, वह शुक्रवार सुबह 6:30 बजे 359 दर्ज किया गया। यह 'बहुत खराब' श्रेणी में आता है। वीडियो में भी दिल्ली में धुंध नजर आ रही है।
किन इलाकों में कितना रहा प्रदूषण?
शुक्रवार सुबह शहर के करीब 40 इलाकों का AQI चेक किया गया, जिसमें अधिकांश का स्तर 'बहुत खराब' है। सबसे अधिक वायु प्रदूषण आनंद विहार और आरकेपुरम में रहा, जहा का AQI 395 दर्ज किया गया है। इसी तरह बुराड़ी क्रॉसिंग का AQI 394, सोनिया विहार का 392, पंजाबी बाग का 391, नॉर्थ कैंपस का 390, बवाना का 388, जहांगीरपुरी का 387, रोहिणी का 385, अशोक विहार का 384 और नेहरू नगर का AQI 381 दर्ज किया गया।
प्रतिबंध को लोगों ने नहीं माना
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिवाली से पहले राजधानी भर में पटाखों पर प्रतिबंध को लागू करने के लिए 377 टीमें बनाई थी। दिल्ली पुलिस के सभी पुलिस उपायुक्तों (DCP) को एक समर्पित टीमें बनाने के लिए कहा गया था, ताकि उनके संबंधित जिलों में पटाखे न फोड़े जाएं। हालांकि, सख्ती का असर नहीं दिखा। बता दें, पिछले वर्ष, 12 नवंबर को दिवाली थी और उस समय 8 वर्षों में सबसे अच्छी AQI 218 दर्ज हुई थी।