चक्रवात 'जवाद' को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने की समीक्षा बैठक, ओडिशा में रेड अलर्ट
भारी बारिश के दौर के बाद अब आंध्र प्रदेश और ओडिशा पर चक्रवात 'जवाद' का खतरा मंडरा रहा है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र के कारण यह चक्रवात पैदा हुआ है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चक्रवात के 4 दिसंबर को आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तट से टकराने की भविष्यवाणी की है। इसी बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को उच्च स्तरीय बैठक कर चक्रवात से बचाव की तैयारियों की समीक्षा की है।
प्रधानमंत्री ने दिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के निर्देश
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी ने बैठक में विभिन्न केंद्रीय और राज्य एजेंसियों को किसी भी तरह के जानमाल के नुकसान से बचने और संपत्ति, बुनियादी ढांचे और फसलों को नुकसान से बचाने के लिए आवश्यक कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह राज्य सरकारों को मछुआरों और समुद्र में जहाजों को वापस बुलाने और चक्रवात से प्रभावित होने वाले क्षेत्रों से खतरे वाली जगह रहने वाले लोगों को जल्द से जल्द निकालने के लिए कहा गया है।
IMD ने चक्रवात को लेकर जारी की चेतावनी
IMD के अनुसार, बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव का क्षेत्र 3 दिसंबर को चक्रवात जवाद में तब्दील हो जाएगा। इसके 4 दिसंबर की सुबह तक आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों को पार करने की उम्मीद है। उस दौरान हवा की गति 90-100 किमी प्रति घंटा की रहने की उम्मीद है। इन राज्यों के तटीय जिलों में भारी वर्षा और समुद्र में ऊंची लहरें उठने का खतरा है। इसके साथ ही पश्चिम बंगाल में बारिश की संभावना है।
IMD ने इन जिलों के लिए जारी किया है रेड अलर्ट
IMD ने ओडिशा के गजपति, गंजम, पुरी और जगतसिंहपुर जिलों में रेड अलर्ट (भारी से बहुत भारी वर्षा का संकेत) जारी किया है। इसी तरह केंद्रपाड़ा, कटक, खुर्दा, नयागढ़, कंधमाल, रायगडा और कोरापुट जिलों में 4 दिसंबर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसके अलावा आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम, विशाखापट्टनम और विजयनगरम जिलों में भी इसका बड़ा प्रभाव दिखने की उम्मीद जताई गई है। ऐसे में दोनों राज्यों की सरकारों ने ऐहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है।
पश्चिम बंगाल में भी भारी बारिश का अलर्ट
IMD ने ओडिशा और आंध्र प्रदेश के अलावा पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों से मूसलाधार बारिश की आशंका जताई है। बंगाल सरकार ने भी अलर्ट जारी किया है। 24 परगना, मिदनापुर, झाड़ग्राम, हुगली, नादिया, हावड़ा, मुर्शिदाबाद और मालदा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। शनिवार सुबह से ही इन इलाकों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। इस दौरान हवा की रफ्तार 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा रहने की उम्मीद है।
कैबिनेट सचिव ने भी की तैयारियों की समीक्षा
इससे पहले बुधवार को कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने भी बैठक कर केंद्रीय मंत्रालयों और एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा की थी। उन्होंने भी मछुआरों और जहाजों को वापस बुलाने तथा लोगों को समय पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने पर जोर दिया था।
आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में NDRF की 32 टीमें तैनात
IMD की चेतावनी के बाद राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) ने आंध्र प्रदेश, ओडिशा और पश्चिम बंगाल में 32 टीमों को तैनात किया है और अतिरिक्त टीमों को भी तैयार रखा जा रहा है। सेना और नौसेना भी अपने जहाजों और विमानों के साथ पूरी तरह से तैयार है। इसी तरह तटरक्षक बलों ने पूर्वी तट में व्यापक ऐहतियाती उपाय शुरू कर दिए हैं। मछुआरों और बड़ी नावों को अभी से ही समुद्र में जाने से रोका जा रहा है।
थाइलैंड में है चक्रवात का मुख्य केंद्र
IMD के अनुसार, चक्रवात जवाद का केंद्र थाइलैंड है। वहां से यह अंडमान सागर को पार कर शुक्रवार के शाम तक बंगाल की खाड़ी के तटीय इलाकों में असर दिखाना शुरू कर देगा। रिपोर्ट्स के अनुसार, सऊदी अरब के सुझाव पर चक्रवात का नाम रखा गया है। जवाद एक अरबी शब्द है जिसका अर्थ उदार या दयालु से है। अपने नाम के तरह ही इस तूफान के विनाशकारी होने की संभावना नहीं है। हालांकि, इसको लेकर तैयारी जारी है।