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असम: फुटबॉलर की मौत के बाद बीवी की जगह 'ऑफिशियल' पत्नी को मिला शव, जानिए मामला

असम: फुटबॉलर की मौत के बाद बीवी की जगह 'ऑफिशियल' पत्नी को मिला शव, जानिए मामला

लेखन Neeraj Pandey
Jun 16, 2020
10:17 am

क्या है खबर?

कई ऐसे मामले सामने आते रहते हैं जो काफी घुमावदार और चौंकाने वाले हैं और ऐसा ही एक मामला असम से आया है। दरअसल ओडिशा के रहने वाले एक 34 वर्षीय फुटबॉलर की मौत असम में हो गई और उसका शव उसके घर भेजने की जगह मिजोरम की एक औरत को दिया गया जो कागजात में उसकी 'ऑफिशियल' पत्नी थी। मृत फुटबॉलर ऑयल एंड नेचुरल गैस कार्पोरेशन (ONGC) में सिक्योरिटी सुपरवाइजर के पद पर तैनात था।

परिचय

मशहूर मिडफील्डर थे नरेश

ओडिशा के गंजाम जिले के रहने वाले नरेश अउला मशहूर मिडफील्डर थे और उन्होंने अपने प्लेइंग करियर का ज़्यादातर समय ONGC के लिए खेलते हुए ही बिताया। मुंबई में एक दशक बिताने के बाद उनकी पोस्टिंग सिलचर में की गई थी। उन्होंने 2006 से लेकर 2008 तक लगातार तीन बार संतोष ट्रॉफी में ओडिशा को रिप्रजेंट किया था। उन्होंने महाराष्ट्र स्टेट फुटबॉल टीम के लिए भी खेला है।

बयान

मिजोरम की औरत ऑफिशियल रिकॉर्ड में पत्नी

नरेश के भाई विष्णु ने बताया कि मौत से एक दिन पहले नरेश ने अपनी पत्नी आरती से बात की थी और घर लौटने की इच्छा जताई थी। विष्णु ने बताया, "जब हमने ONGC के अधिकारियों से अपने भाई के शव को घर भेजने की बात कही तो उन्होंने कहा कि लाल मुआन कुई नामक मिजोरम की एक औरत ने शव पर दावा किया था। उस औरत का नाम नरेश के ऑफिशियल रिकॉर्ड में पत्नी के रूप में दर्ज था।"

शव

शादी का वीडियो भेजने के बावजूद मिजोरम भेजा गया शव

विष्णु ने आगे बताया कि उनका भाई 2012 से शादीशुदा है और उसकी एक चार साल की बेटी भी है। उन्होंने यह भी बताया कि उच्च अधिकारियों से बात करने और उन्हें भाई की शादी का वीडियो भेजने के बावजूद उनसे कहा कि निर्णय लिया जाएगा। हालांकि, 11 जून को उन्हें बताया कि शव को मिजोरम भेज दिया गया है क्योंकि ONGC के रिकॉर्ड में वैध रूप से उनकी शादी की हुई पत्नी का नाम दर्ज नहीं था।

दूसरी औरत का चक्कर

चार साल पहले घरवालों को पता चली थी दूसरी औरत वाली बात

मृत फुटबॉलर के बड़े भाई का कहना है कि चार साल पहले ही उसके कुछ साथी फुटबॉलर्स ने घरवालों को नरेश की जिंदगी में दूसरी औरत के आने की बात बताई थी। उन्होंने आगे कहा, "वह हमारे सवालों से बचता रहा। हमारा शक तब और बढ़ गया जब उसने ओडिशा आना काफी कम कर दिया। वह डेढ़ साल तक काम के प्रेशर का बहाना करके घर नहीं आया था।"