कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मिली पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी, बाजार में हो सकेंगी उपलब्ध
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की 'कोविशील्ड' और भारत बायोटेक की 'कोवैक्सिन' वैक्सीन को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) ने पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी दे दी है। NDTV ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी दी है। इस मंजूरी का मतलब है कि अब इन दोनों वैक्सीनों को सीधे बाजार में बेचा जा सकेगा। हालांकि अभी ये दुकानों पर उपलब्ध नहीं होंगी और लोग इन्हें अस्पतालों और क्लीनिक्स से खरीद सकेंगे।
पिछले हफ्ते विशेषज्ञ समिति ने की थी मंजूरी देने की सिफारिश
SII ने पिछले महीने DCGI से कोविशील्ड को पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी देने की मांग की थी। उसने कहा था कि दुनियाभर में इस वैक्सीन की करोड़ों खुराकें दी जा चुकी हैं और यह पूरी तरह सुरक्षित है। भारत बायोटेक ने भी कोवैक्सिन के लिए इसी तरह की मंजूरी मांगी थी। पिछले हफ्ते विशेषज्ञ समिति ने दोनों वैक्सीनों को मंजूरी देने की सिफारिश की और अब ड्रग्स और नैदानिक परीक्षण नियम, 2019 के तहत उन्हें मंजूरी मिल गई है।
250 रुपये तय की जा सकती है दोनों वैक्सीनों की एक खुराक की कीमत
इंडिया टुडे के अनुसार, बाजार में दोनों वैक्सीनों की एक खुराक की कीमत 275 रुपये तय की जा सकती है। इसके अलावा 150 रुपये सर्विस चार्ज भी देना होगा। अभी प्राइवेट अस्पतालों में कोवैक्सिन 1,200 रुपये और कोविशील्ड 780 रुपये प्रति खुराक मिल रही है।
देश में मुख्य तौर पर हो रहा कोविशील्ड और कोवैक्सिन का इस्तेमाल
बता दें कि भारत के अब तक के कोविड वैक्सीनेशन अभियान में मुख्य तौर पर कोविशील्ड और कोवैक्सिन का ही इस्तेमाल हुआ है। इनमें भी कोविशील्ड का इस्तेमाल ज्यादा हुआ है। रूस की स्पूतनिक-V वैक्सीन की भी देश में कुछ खुराकें लगाई गई हैं। इन तीनों के अलावा भी पांच वैक्सीनों को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी मिल चुकी है, लेकिन इनमें से किसी का इस्तेमाल नहीं हो रहा है।
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो देश में अब तक वैक्सीन की 1,63,84,39,207 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते दिन 22,35,267 खुराकें लगाई गईं। देश में स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मचारियों और बुजुर्गों को बूस्टर खुराक लगना शुरू हो गया है। इसके अलावा 15 से 18 साल के बच्चों को भी वैक्सीन लगाई जा रही है। इन बच्चों को कोवैक्सिन लगाई जा रही है। मार्च से 12-14 साल के बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू हो सकता है।
न्यूजबाइट्स प्लस
भारत में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी, 2021 को हुई थी। इससे पहले 3 जनवरी, 2021 को DCGI ने कोविशील्ड को आपात इस्तेमाल और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को सीमित आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी थी। बाद में दोनों वैक्सीनों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से भी आपातकालीन इस्तेमाल की अनुमति मिल गई थी। भारत के अलावा अन्य देशों में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इन वैक्सीनों का इस्तेमाल हो रहा है।