
वैक्सीन की कमी: महाराष्ट्र और असम में 1 मई से वैक्सीनेशन अभियान का विस्तार मुश्किल
क्या है खबर?
वैक्सीन की कमी के चलते ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि महाराष्ट्र और असम 1 मई से वैक्सीनेशन अभियान का अगला चरण शुरू नहीं कर पाएंगे।
दरअसल, 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा, लेकिन महाराष्ट्र और असम समेत कई राज्यों में वैक्सीन की भारी कमी है।
इसके चलते इन राज्यों का कहना है कि वो 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन नहीं लगा पाएंगे।
वैक्सीनेशन अभियान
महाराष्ट्र और असम का क्या कहना है?
इंडियन एक्सप्रेस ने महाराष्ट्र के अधिकारियों के हवाले से लिखा है कि वैक्सीन के कमी के चलते 1 मई से 18-44 साल के लिए लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू होना मुश्किल लग रहा है।
इसी तरह असम के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत सरमा बिस्वा ने कहा कि उन्हें शक है कि राज्य में 1 मई से वैक्सीनेशन का अगला चरण शुरू हो पाएगा।
बता दें, राज्यों को 18-44 साल के लोगों के लिए वैक्सीन का इंतजाम खुद करना है।
बयान
मई के पहले हफ्ते में वैक्सीनेशन का विस्तार होना मुश्किल- बिस्वा
बिस्वा ने कहा कि भारत बायोटेक और सीरम इंस्टीट्यूट को ऑर्डर दे दिया गया है। जब वहां से वैक्सीन मिलेगी, तभी वैक्सीनेशन शुरू होगा। केंद्र से मिली गाइडलाइंस से पता चलेगा कि किस राज्य को कितनी वैक्सीन मिलेगी।
उन्होंने कहा कि 4 मई तक वैक्सीन के लिए भुगतान करना है। इसलिए लग नहीं रहा कि मई के पहले हफ्ते में 18-44 साल वालों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो पाएगा। हालांकि, वैक्सीन के लिए रजिस्ट्रेशन तय समय पर शुरू हो जाएगा।
कोरोना वैक्सीनेशन
महाराष्ट्र को वैक्सीन निर्माताओं से नहीं मिला जवाब
महाराष्ट्र ने वैक्सीन की खरीद के लिए सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक को पत्र लिखा है, लेकिन अभी तक दोनों कंपनियों की तरफ से आधिकारिक जवाब नहीं आया है।
राज्य सरकार के अधिकारी ने बताया, "हम अनौपचारिक तौर पर डॉ रेड्डीज समेत तीनों कंपनियों के संपर्क में हैं, लेकिन ऐसा लग रहा है कि मौजूदा स्टॉक केंद्र सरकार ने बुक कर लिया है। कंपनियां यह तय कर सकती है कि वो किस राज्य में कितनी वैक्सीन भेजेंगी।"
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विदेशी कंपनियों से वैक्सीन खरीदने पर विचार कर रही महाराष्ट्र सरकार
महाराष्ट्र ने अभी तक आधिकारिक तौर पर डॉ रेड्डी लैब (स्पूतनिक-V की निर्माता) से संपर्क नहीं किया है क्योंकि कंपनी ने वैक्सीन के दाम तय नहीं किए हैं।
इसके अलावा महाराष्ट्र विदेशी कंपनियों से भी वैक्सीन खरीदने के लिए टेंडर जारी करने की प्रक्रिया पर काम कर रहा है।
राज्य में वैक्सीनेशन के लिए 28 अप्रैल से 18 साल वालों से ऊपर के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे, लेकिन वैक्सीन उपलब्ध होने तक वैक्सीनेशन शुरू नहीं होगा।
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इन राज्यों में भी वैक्सीन की कमी
इससे पहले सोमवार को ये राजस्थान, छत्तीसगढ़, पंजाब और झारखंड के स्वास्थ्य मंत्रियों ने अपने पास वैक्सीन की पर्याप्त खुराकें न होने की बात कही थी। इनमें से पहले तीन राज्यों में कांग्रेस की और झारखंड में उसके गठबंधन की सरकार है।
चारों राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वे वैक्सीनेशन अभियान का विस्तार करने को तैयार हैं, लेकिन वैक्सीन निर्माता उन्हें खुराकें नहीं दे पा रहे हैं।
जानकारी
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 14,52,71,186 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 33,59,963 खुराकें लगाई गईं। अभी 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।