कोविशील्ड और कोवैक्सिन को मिल सकती है पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी, विशेषज्ञ समूह ने की सिफारिश
क्या है खबर?
भारत के वैक्सीनेशन अभियान में इस्तेमाल हो रहीं कोविशील्ड और कोवैक्सिन को जल्द ही पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी मिल सकती है।
दरअसल, सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (CDSCO) की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी (SEC) ने इन दोनों वैक्सीनों की पूर्ण इस्तेमाल की अनुमति देने की सिफारिश की है। बुधवार को यह सिफारिश ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) को भेजी गई है।
अगर दोनों वैक्सीनों को यह मंजूरी मिलती है तो कोरोना के खिलाफ लड़ाई में यह बड़ा कदम होगा।
जानकारी
पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी मिलने पर क्या होगा?
अभी सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन अस्पतालों और क्लिनिक में मौजूद है। अगर इन्हें पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी मिलती है तो ये वैक्सीनें कुछ शर्तों के साथ बाजार में भी उपलब्ध हो जाएंगी।
सूत्रों का कहना है कि मंजूरी मिलने पर वैक्सीन बेचने के लिए कोविन प्लेटफॉर्म पर रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा और इन्हें सीधे काउंटर के जरिये नहीं बेचा जा सकेगा।
हालांकि, अभी तक इस प्रक्रिया की आधिकारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
कोरोना वैक्सीन
कंपनियां मांग रही थी मंजूरी
बीते महीने SII ने सरकार से कोविशील्ड को पूर्ण इस्तेमाल की मंजूरी देने की मांग की थी।
कंपनी का कहना था कि दुनियाभर में इस वैक्सीन की करोड़ों खुराकें दी जा चुकी हैं और यह पूरी तरह सुरक्षित है। भारत बायोटेक ने भी कोवैक्सिन के लिए इसी तरह की मंजूरी मांगी थी।
बता दें कि भारत के वैक्सीनेशन अभियान में यही दोनों वैक्सीनें सबसे ज्यादा इस्तेमाल हो रही हैं। इनके अलावा स्पूतनिक-V का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मायने
पूर्ण मंजूरी मिलने के मायने क्या होंगे?
अगर DCGI इन दोनों वैक्सीनों को पूर्ण इस्तेमाल के लिए अनुमति दे देता है तो यह अहम फैसला साबित होगा। इसके बाद उन लोगों को वैक्सीन की तीसरी खुराक मिल पाएगी, जिन्हें इसकी जरूरत और जो सरकार की तरफ से तय दायरे में नहीं आते।
अभी देश में स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंटलाइन कर्मियों और 60 साल से अधिक उम्र के उन बुजुर्गों को तीसरी खुराक दी जा रही है, जो दूसरी बीमारियों से जूझ रहे हैं।
जानकारी
देश में वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो देश में अब तक वैक्सीन की 1,59,67,55,879 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बीते दिन 73,38,592 खुराकें लगाई गईं। चीन के बाद भारत ने दुनियाभर में सबसे ज्यादा खुराकें लगाई हैं।
वैक्सीनेशन
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
भारत में वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी, 2021 से हुई थी। उससे पहले 3 जनवरी, 2021 को DCGI ने कोविशील्ड को आपात इस्तेमाल और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन को सीमित आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी थी।
बाद में दोनों वैक्सीनों को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) से भी आपात इस्तेमाल की अनुमति मिल गई थी। भारत के अलावा अन्य देशों में भी कोरोना के खिलाफ लड़ाई में इन वैक्सीनों का इस्तेमाल हो रहा है।
कोरोना संक्रमण
तीसरी लहर में तेजी से बढ़ रहे मामले
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,17,532 नए मामले सामने आए और 491 मरीजों की मौत दर्ज हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 3,82,18,773 हो गई है। इनमें से 4,87,693 लोगों की मौत हुई है।
सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 19,24,051 हो गई है।
ओमिक्रॉन वेरिएंट के कारण मामलों में यह उछाल देखने को मिल रहा है। देश में आधिकारिक तौर पर ओमिक्रॉन के 9,287 मामले सामने आ चुके हैं।