दिल्ली: कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़कर 417 हुई, अब तक 2.45 लाख लोगों की स्क्रीनिंग
दोबारा मैपिंग के बाद दिल्ली में कोरोना वायरस के कंटेनमेंट जोन की संख्या बढ़ाकर 417 कर दी गई है। इससे पहले ये संख्या 280 के आसपास थी। अधिकारियों के अनुसार, कंटेनमेंट जोन की संख्या अभी और बढ़ सकती है क्योंकि कुछ जिलों में समीक्षा अभी भी जारी है। इसके अलावा शहर में कोरोना वायरस के प्रसार का स्तर पता करने के लिए चलाए जा रहे बड़े अभियान के तहत अब तक 2.45 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
दिल्ली में 80,000 से अधिक हुए कोरोना वायरस के मामले
देश की राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है और वह देश का सबसे अधिक प्रभावित शहर है। यहां अभी तक 80,188 लोगों को संक्रमित पाया जा चुका है जिनमें से 2,558 की मौत हुई है। दिल्ली के कुल मरीजों में से 49,301 ठीक हो चुके हैं और शहर की रिकवरी रेट 61.48 प्रतिशत है जो देश की औसत 58 प्रतिशत से बेहतर है।
केंद्र सरकार की दखल के बाद दिल्ली में चार गुना बढ़ी टेस्टिंग
दिल्ली की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार दिल्ली सरकार की मदद के लिए आगे आई है और गृह मंत्री अमित शाह ने पूरे मामले को अपने हाथ में ले लिया है। शाह मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ कई बैठकें कर चुके हैं। उनकी दखल के बाद ही दिल्ली में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई गई है और ये चार गुना बढ़ गई है। इसके अलावा शहर में छह लाख रैपिड एंटीजन टेस्ट करने का लक्ष्य भी रखा गया है।
दिल्ली सरकार ने रखा 6 जुलाई तक सबकी स्क्रीनिंग का लक्ष्य
इसके अलावा दिल्ली सरकार ने भी वायरस से लड़ने की अपनी रणनीति में बदलाव किया है और घर-घर जाकर लोगों का सर्वे किया जा रहा है। इस अभियान के तहत 30 जून तक कंटेनमेंट जोन के सभी परिवारों और 6 जुलाई तक दिल्ली के सभी परिवारों की स्क्रीनिंग का लक्ष्य रखा गया है। अधिकारियों ने बताया कि इस अभियान के तहत अभी तक 2.4 लाख लोगों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है जिनमें से 45,000 कंटेनमेंट जोन से संबंधित हैं।
स्क्रीनिंग के लिए बनाई गईं 1,100 टीमें
स्क्रीनिंग के इस बड़े अभियान को अंजाम देने के लिए दिल्ली सरकार ने 1,100 दो सदस्यीय टीमें बनाई हैं। ये टीमें 'SS कोरोना' नामक ऐप से लैस होगी जिसके जरिए पूरी डाटा रीयल टाइम में सरकार के एक वेब पॉर्टल तक पहुंचेगा। नाम, उम्र, पता और मोबाइल नंबर जैसी आम सूचनाओं के अलावा टीमें लोगों के यात्रा रिकॉर्ड, आरोग्य सेतु ऐप प्रयोग करते हैं या नहीं और इंफ्लुएंजा जैसा कोई लक्षण तो नहीं है, ऐसी जानकारियां भी ले रहे हैं।
20,000 लोगों का सीरोलॉजिकल सर्वे भी शुरू
इसके अलावा अमित शाह के निर्देश में दिल्ली में संक्रमण का स्तर पता लगाने के लिए सीरोलॉजिकल सर्वे भी शुरू किया गया है। इसमें शहर के अलग-अलग इलाकों से 20,000 लोगों के खून का सैंपल लिया जाएगा और इनके नतीजे 10 जुलाई को घोषित किए जाएंगे। ये सर्व एक तरह के एंटीबॉडी टेस्ट की मदद से किया जाएगा और इससे पता चलेगा कि वास्तव में कितने लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।