सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक कर अमेरिका और इजरायल के बराबर खड़ा हुआ भारत- अमित शाह
एक दिवसीय कोलकाता दौरे पर आए गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को कहा कि बालाकोट एयर स्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक के बाद भारत अमेरिका और इजराइल जैसे देशों की श्रेणी में आ गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक केवल इन दो देशों ने दुश्मन देशों के अंदर घुसकर हमला किया था और अब भारत ऐसा करने वाला तीसरा देश बन गया है। इस दौरान उन्होंने कहा कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
NSG इमारत के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे अमित शाह
राजारहाट में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (NSG) की एक नई इमारत 'स्पेशल कंपोजिट ग्रुप कॉम्प्लेक्स' का उद्घाटन करते वक्त कहीं। उन्होंने कहा, "सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से पहले दुनिया के केवल दो देशों- अमेरिका और इजराइल- को दुश्मन की सीमा के अंदर घुसकर अपने सैनिकों की हत्या का बदला लेने के लिए जाना जाता था। लेकिन मेरा मानना है कि अब भारत का नाम भी इस सूची में शामिल हो गया है।"
शाह ने की NSG की प्रशंसा
NSG की प्रशंसा करते हुए शाह ने कहा, "NSG ने हमेशा मुस्तैद और खतरे के लिए तैयार रहकर और अपनी जान की परवाह किए बिना देश पर आने वाले किसी भी खतरे के समय आगे रहकर बहुत शानदार उदाहरण पेश किया है।" उन्होंने कहा, "NSG का काम ऐसे लोगों में डर पैदा करना है जो देश को विभाजित करने और अशांति फैलाने के बारे में सोचते हैं। अगर ऐसे लोग नहीं बाज आते हैं, तो उन्हें करारा जवाब देना चाहिए।"
एयरपोर्ट पर हुए अमित शाह का विरोध
बता दें कि अमित शाह ऐसे समय पर कोलकाता आए हैं जब नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में यहां बड़े पैमाने पर प्रदर्शन चल रहे हैं। इसी कारण जब सुबह 11 बजे के करीब वे कोलकाता एयरपोर्ट पहुंचे तो उन्हें विरोध का सामना करना पड़ा। वामपंथी पार्टियों के सैकड़ों कार्यकर्ता झंडा और बैनर लेकर एयरपोर्ट पहुंचे और 'अमित शाह वापस जाओ' के नारे लगाए। पुलिस ने बैरीकेड लगाकर प्रदर्शनकारियों को एयरपोर्ट के अंदर घुसने से रोका।
शाम को CAA के समर्थन में रैली करेंगे शाह
अमित शाह शाम को कोलकाता के शहीन मीनार मैदान में CAA के समर्थन में एक रैली भी करेंगे। इस रैली में वे पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार के खिलाफ राज्य स्तरीय अभियान की शुरूआत करेंगे। 'अब और अन्याय नहीं' नामक इस अभियान में ममता सरकार की असफलताओं पर एक "चार्जशीट" लोगों के सामने पेश की जाएगी। बता दें कि बंगाल में 2021 में विधानसभा चुनाव होने हैं जिनमें मुख्य मुकाबला तृणमूल कांग्रेस (TMC) और भाजपा के बीच होगा।