अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन, हरियाणा के दो जिलों में कोचिंग सेंटर बंद कराए गए
सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा है। देश के कई राज्यों में इस योजना के विरोध में हिंसक प्रदर्शन हुए हैं, जिसके बाद कई जगह पाबंदियां लागू की गई हैं। ताजा मामला हरियाणा का है, जहां के दो जिलों में सभी निजी कोचिंग संस्थानों और एकेडमी को बंद करवा दिया गया है। इसके अलावा एक जिले में अगले आदेश तक धारा 144 भी लागू कर दी गई है।
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इस योजना के खिलाफ देशभर में युवा सड़कों पर हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
झज्जर में धारा 144 लागू
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, हरियाणा के महेंद्रगढ़ और झज्जर जिले में प्रशासन ने अगले आदेश तक निजी कोचिंग केंद्रों को बंद करवा दिया है। झज्जर के उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह ने जिले में धारा 144 लागू कर दी है। महेंद्रगढ़ हरियाणा में अग्निपथ योजना के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों का एक बड़ा केंद्र रहा है और यहां कुछ उपद्रवियों ने तोड़फोड़ भी कई थी। पुलिस ने बताया कि यहां उपद्रवियों ने वाहनों में आगजनी भी की।
रेलवे की संपत्तियों को पहुंचाया नुकसान
महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन के पास रहने वाले एक रेलवे इंजीनियर ने दावा किया कि कुछ प्रदर्शनकारी जबरदस्ती इमारत परिसर में घुस आए और कार्यालय और जनरेटर सेट को नुकसान पहुंचाया। कुछ हुड़दंगियों ने दुकानों में भी तोड़फोड़ की। महेंद्रगढ़ के अलावा हरियाणा के फतेहाबाद, रोहतक, जींद, हिसार, सिरसा और सोनीपत आदि जिलों में भी युवाओं ने अग्निपथ योजना के विरोध में प्रदर्शन किया। हरियाणा सरकार ने हिंसा करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की बात कही है।
कई राज्यों में हुए प्रदर्शन
अग्निपथ योजना से नाराज युवाओं ने हरियाणा, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और तेलंगाना समेत कई राज्यों में बड़े स्तर पर विरोध प्रदर्शन किए हैं। बिहार और उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर हिंसा देखने को मिली है। युवाओं की मांग है कि सरकार को इस योजना को वापस लेना चाहिए। हालांकि, सेना और सरकार साफ कर चुकी है कि योजना वापस नहीं होगी। थलसेना और वायुसेना ने इस योजना के तहत भर्ती के लिए अधिसूचना जारी कर दी है।
प्रधानमंत्री ने दिया बड़ा बयान
देश में अग्निपथ योजना को लेकर मचे हंगामे के बीच प्रधानमंत्री मोदी ने अहम बयान दिया है। कर्नाटक की राजधानी बेंगुलरू में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि कुछ फैसले शुरुआत में अनुचित लग सकते हैं, लेकिन बाद में ये राष्ट्र निर्माण में मदद करते हैं। उन्होंने बिना किसी फैसले या योजना का नाम लिए कहा कि वर्तमान में कई फैसले अनुचित लगते हैं, लेकिन समय के साथ वे राष्ट्र निर्माण में मदद करेंगे।
कल मोदी से मिलेंगे तीनों सेनाओं के प्रमुख
मंगलवार को तीनों सेनाओं के प्रमुख अग्निपथ योजना की जानकारी देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात करेंगे। इससे पहले तीनों सेना प्रमुख रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ कई बैठकें कर चुके हैं।