पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने दिया मोदी के पत्र का जवाब, कही शांतिपूर्ण संबंधों की बात
पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने नरेंद्र मोदी के पत्र का जवाब दिया है। इसमें उन्होंने लिखा कि पाकिस्तान भारत के साथ 'शांतिपूर्ण और सहयोगी' संबंध का इच्छुक है और इसे 'सार्थक बातचीत' के सहारे हासिल किया जा सकता है। शनिवार को मिले इस पत्र में शरीफ ने लिखा है कि पाकिस्तान 'क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा' के लिए प्रतिबद्ध है। नई दिल्ली ने पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री के इस जवाबी पत्र को सकारात्मक कदम बताया है।
मोदी ने बधाई देने के बाद लिखा था पत्र
गौरतलब है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शहबाज शरीफ 11 अप्रैल को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने थे। इसके बाद मोदी ने बधाई देते हुए लिखा, 'पाकिस्तान का प्रधानमंत्री चुने जाने पर मियां मोहम्मद शहबाज शरीफ को बधाई। भारत आतंक से मुक्त इलाके में शांति और स्थिरता चाहता है ताकि हम विकास की अपनी चुनौतियों पर ध्यान दे सकें और हमारे लोगों की भलाई और समृद्धि सुनिश्चित कर सकें।' मोदी ने शरीफ को पत्र भी भेजा था।
शरीफ ने दिया था ट्वीट का जवाब
मोदी के ट्वीट का जवाब देते शरीफ ने लिखा था कि पाकिस्तान अपने पड़ोसी के साथ शांतिपूर्ण और सहयोगी संबंध चाहता है। उन्होंने आगे लिखा था कि जम्मू और कश्मीर समेत कई मुद्दों का शांतिपूर्ण निपटारा बेहद जरूरी है। आतंक के खिलाफ पाकिस्तान के बलिदान को सभी जानते हैं। शांति सुनिश्चित करते हैं और अपने लोगों के सामाजिक-आर्थिक विकास पर ध्यान लगाते हैं। इसे देखते हुए लग रहा है कि दोनों देश दोबारा बातचीत के रास्ते पर बढ़ रहे हैं।
शहबाज शरीफ से भारत को क्या उम्मीद?
शहबाज शरीफ को भारत के साथ बातचीत का हितैषी माना जाता है और कुछ मौकों को छोड़ दिया जाए तो वह भारत के खिलाफ नरम रुख अपनाने रहे हैं। इसी कारण उम्मीद की जा रही है कि उनके कार्यकाल में दोनों देशों के बीच बातचीत शुरू हो सकती है। इमरान खान प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय स्यवंसेवक संघ (RSS) पर जमकर निशाना साधते थे, जिससे भारत के लिए पाकिस्तान से बातचीत शुरू करना लगभग नामुमकिन हो गया था।
इमरान खान की कुर्सी जाने पर शरीफ बने प्रधानमंत्री
शरीफ इमरान खान की सरकार गिरने के बाद पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बने हैं। इसी महीने की शुरुआत में अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग में 174 सांसदों ने इमरान सरकार के खिलाफ वोट डाला जो बहुमत के आंकड़े से दो अधिक थे। प्रधानमंत्री पद गंवाने वाले इमरान ने सांसद के पद से भी इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देते हुए उन्होंने कहा कि वो चोरों के साथ संसद में नहीं बैठेंगे और देश के लिए इससे बड़ा अपमान नहीं हो सकता।
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
पुलवामा में CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के संबंधों में तनाव आ गया था। हमले के जवाब में भारत ने पाकिस्तान स्थित आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया था और हालात युद्ध की तरफ बढ़ने लगे थे। बाद में दोनों देशों ने एक-दूसरे के देश से राजदूत वापस बुला लिये थे और कई अन्य कदम उठाए थे।