अग्निपथ योजना: विरोध के चलते कई राज्यों में हिंसा, तेलंगाना में युवक की मौत

सेना में अल्पकालिक भर्ती के लिए केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ योजना के विरोध की आग शुक्रवार को देश के बिहार, उत्तर प्रदेश , मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम बंगाल और तेलंगाना सहित सात राज्यों तक पहुंच गई। इसके साथ ही अब यह विरोध हिंसक हो गया है। तेलंगाना के सिकंदराबाद में योजना के विरोध में भड़की हिंसा में गोली लगने से एक शख्स की मौत हो गई है, जबकि 15 अन्य घायल हो गए।
दोपहर में तेलंगाना के सिकंदराबाद में सड़कों पर उतरे सैकड़ों युवाओं ने रेलवे स्टेशन पर तीन ट्रेनों को आग के हवाले कर दिया। प्रदर्शनकारियों को खदेड़ने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज के साथ हवाई फायरिंग भी करनी पड़ी। इस दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई। मंडल रेल प्रबंधक एके गुप्ता ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने ट्रेनों के चार-पांच इंजन और दो-तीन बोगियों को आग लगा दी थी। फिलहाल ट्रेनों का संचालन रोक दिया गया है।
बिहार में योजना का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। दोपहर में प्रदर्शनकारियों ने उपमुख्यमंत्री रेणु देवी के बेतिया स्थित घर पर हमला बोल दिया। हालांकि, उस समय वह पटना में मौजूद थीं। इसी तरह बिहार के भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल के आवास पर भीड़ ने हमला किया। मधेपुरा में भाजपा कार्यालय में तोड़फोड़ कर आग लगा दी। इसके बाद सरकार ने हिंसा प्रभावित 12 जिलों में 19 जून तक के लिए इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है।
பற்றி எரியும் #பாஜக அலுவலகம்! #Agnipath Protests | over 500 protestors attacked and fired the BJP office in Madhepura, #Bihar.#AgnipathScheme #AgnipathRecruitmentScheme #AgnipathProtests #BJP pic.twitter.com/SriMpzhQMT
— Gobinath (@Itsme_Gobinath) June 17, 2022
प्रदर्शनकारियों ने नालंदा के इस्लामपुर स्टेशन पर खड़ी इस्लामपुर-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन पर पथराव कर उसकी एसी बोगी को आग के हवाले कर दिया। इससे पहले सुबह समस्तीपुर, सुपौल और लखीसराय में भी ट्रेनों की कई बोगियों को आग लगाई गई थी।
उत्तर प्रदेश के बलिया में सुबह प्रदर्शनकारियों ने रेलवे स्टेशन पर आगजनी और तोड़फोड़ की तथा बनारस में सरकारी बस स्टेशन पर कई बसों पर पथराव किया। इस घटना के बाद पुलिस ने 100 उपद्रवियों को हिरासत में ले लिया। इसी तरह प्रदर्शनकारियों ने आगरा-ग्वालियर-मुंबई मार्ग पर भी उत्पात मचाते हुए पुलिस की गाड़ी पर पथराव कर दिया। इसके अलावा यमुना एक्सप्रेसवे पर एक यात्री बस को रोककर उसे पलट दिया। इसका वीडियो भी सामने आया है।
हरियाणा में हिंसक प्रदर्शन होने के बाद सरकार ने पलवल, रेवाड़ी, गुरुग्राम में धारा 144 लागू कर दी। इसके अलावा प्रभावित इलाकों में इंटरनेट सेवा को अगले 24 घंटों के लिए बंद करने के आदेश जारी कर दिए। इसके अलावा रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बाजारों, राष्ट्रीय राजमार्गों और बिजली ग्रिड सहित विभिन्न जगहों पर भारी पुलिस बल तैनात किया है। राजस्थान में भी शुक्रवार को आधा दर्जन से अधिक जिलों में योजना के विरोध में रैली निकाली गई है।
अग्निपथ योजना के विरोध में देशभर में बढ़ते प्रदर्शन के बीच सुरक्षा एजेंसियों ने कई राज्यों में अलर्ट जारी किया है और पुलिस को हिंसा सहित सभी अप्रिय घटनाएं रोकने की तैयारी करने को कहा है। एजेंसियों ने हिंसा भड़कने का अंदेशा जताया है।
योजना के हिंसात्मक विरोध का सबसे अधिक प्रभाव रेलवे पर पड़ा है। प्रदर्शन के कारण अब तक 200 से अधिक ट्रेनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। रेलवे की ओर से कहा गया है कि बुधवार को प्रदर्शन शुरू होने के बाद से 35 ट्रेन रद्द की गई है, जबकि 13 का गंतव्य स्थल में बदलाव किया गया है। प्रदर्शन का सबसे अधिक प्रभाव पूर्व मध्य रेलवे पर पड़ा है। इसमें बिहार, झारखंड और उत्तर प्रदेश के कई हिस्से आते हैं।
योजना में भर्ती युवा स्थायी नहीं होंगे और न ही उन्हें पेंशन मिलेगी, हालांकि उन्हें चार साल बाद 10-11 लाख की एकमुश्त राशि दी जाएगी। युवाओं में इसी को लेकर सबसे अधिक आक्रोश है। हालांकि, सरकार ने युवाओं की गलफहममियों को दूर करने के लिए गुरुवार को 'झूठ बनाम सच्चाई' दस्तावेज जारी किया था। इसी तरह शुक्रवार को सरकार ने योजना में भर्ती के लिए उम्र को दो साल बढ़ाकर 21 से 23 करने का भी ऐलान किया है।