कोरोना वायरस: सस्ती हो सकती है 'कोविशील्ड' और 'कोवैक्सिन', केंद्र ने कीमत घटाने को कहा
देश में चल रही कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर के बीच 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी। इसके लिए सरकार ने राज्यों को सीधे कंपनियों से वैक्सीन खरीदने के अधिकार दिए हैं, लेकिन कंपनियों के ओर से घोषित की कीमतों पर कई राज्य सरकारों ने आपत्ति जताई है। इसको देखते हुए अब केंद्र सरकार ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक को अपनी कीमतें कम करने को कहा है।
देश में 1 मई से लगाई जाएगी 18 साल से ऊपर वालों को वैक्सीन
देश में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए केंद्र सरकार 19 अप्रैल को 1 मई से देश में वैक्सीनेशन अभियान का तीसरा चरण शुरू करने तथा इसमें 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को वैक्सीन लगाने की घोषणा की थी। इसके अलावा इस चरण में सरकार ने राज्य सरकारों को सीधे वैक्सीन निर्माताओं से खरीद के अधिकार भी दिए थे। इसी तरह कंपनियों को 50 प्रतिशत आपूर्ति राज्यों और खुले बाजार में बेचने की छूट दी थी।
सबसे पहले SII ने की थी अपनी कीमत की घोषणा
वैक्सीन बेचने की अनुमति मिलने के बाद सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) ने 21 अप्रैल अपनी कीमतों की घोषणा की थी। उस दौरान कंपनी ने कहा था कि वह राज्य सरकारों को 400 रुपये और निजी अस्पतालों को 600 रुपये प्रति खुराक की दर से 'कोविशील्ड' बेचेगी। वहीं केंद्र सरकार को पूर्व में हुए समझौते के तहत 150 रुपये प्रति खुराक के हिसाब से वैक्सीन मिलती रहेगी। इसका देशभर में काफी विरोध हुआ था।
भारत बायोटेक ने SII से भी अधिक रखी 'कोवैक्सिन' की कीमत
SII के बाद 'कोवैक्सिन' का उत्पादन करने वाली भारत बायोटेक ने रविवार को अपनी कीमतों की घोषणा की थी। इसमें कंपनी ने कहा था कि वह राज्य सरकारों को 600 रुपये और निजी अस्पतालों को 1,200 रुपये प्रति खुराक की कीमत पर 'कोवैक्सिन' बेचेगी। इसके अलावा वैक्सीन को 15-30 डॉलर (1,124 से 1,499 रुपये) प्रति खुराक की कीमत पर निर्यात किया जाएगा। यह कीमत SII की कीमत से भी कहीं ज्यादा अधिक है।
वैक्सीन की कीमतों को लेकर लगातार हो रहा है विरोध
दोनों कंपनियों द्वारा वैक्सीन की कीमतें घोषित किए जाने के बाद विपक्ष और कई राज्यों के मुख्यमंत्री लगातार इसका विरोध कर रहे हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि केंद्र और राज्यों को अलग-अलग कीमत पर वैक्सीन देना गलत है। देश के लिए 'एक वैक्सीन एक रेट' होनी चाहिए। इसी तरह विपक्ष भी कीमतों के अंतर पर लगातार सरकार को घेर रहा है। उसका कहना है कि एक देश में दो कीमत कैसे हो सकती है?
केंद्र सरकार ने दोनों कंपनियों को कीमत कम करने को कहा
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार वैक्सीन की कीमतों में अंतर और बढ़ते विरोध के बाद केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने SII और भारत बायोटेक को अपनी-अपनी वैक्सीनों की कीमत को कम करने के लिए कहा है। केंद्र का कहना है कि 1 मई से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी और इसमें वैक्सीन की काफी खपत होगी। ऐसे में कंपनियों को अपनी कीमतों पर पुनर्विचार करते हुए इसे कम करना चाहिए।
ये राज्य कर चुके हैं मुफ्त वैक्सीनेशन की घोषणा
बता दें कि अब तक 17 राज्य मुफ्त वैक्सीनेशन की घोषणा कर चुके हैं। इनमें मध्य प्रदेश, जम्मू एंड कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, गोवा, केरल, छत्तीसगढ़, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, असम, राजस्थान, सिक्किम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और हरियाणा शामिल हैं।
भारत में यह है कोरोना संक्रमण की स्थिति
भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस से संक्रमण के 3,52,991 नए मामले सामने आए और 2,812 मरीजों की मौत हुई। ये देश में एक दिन में सामने आए सबसे ज्यादा मामले और मौतें हैं। इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,73,13,163 हो गई है। इनमें से 1,95,123 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या 28 लाख के आंकड़े को पार करके 28,13,658 हो गई है।