
तिहाड़ ले जाते समय पुलिसकर्मियों ने सुशील कुमार के साथ ली थी फोटो, जांच शुरू
क्या है खबर?
हत्या के आरोप में गिरफ्तार पहलवान सुशील कुमार के साथ सेल्फी लेने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच शुरू कर दी गई है।
दरअसल, शुक्रवार को मंडोली जेल से तिहाड़ जेल ले जाते समय दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और दिल्ली आर्म्ड पुलिस की तीसरी बटालियन के जवान सुशील कुमार के साथ सेल्फी और फोटो खिंचवाते नजर आए थे।
बता दें, दिल्ली की एक अदालत ने सुशील कुमार की न्यायिक हिरासत 9 जुलाई तक बढ़ा दी है।
जानकारी
मई में हुई थी सुशील कुमार की गिरफ्तारी
सुशील कुमार को पिछले महीने पहलवान सागर धनखड़ की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
आरोप है कि सुशील और उनके साथियों ने मिलकर धनखड़ की पिटाई की थी, जिसके कारण उनकी मौत हुई है।
ऐसा बताया जा रहा है कि विवाद किसी फ्लैट को लेकर हुआ था। कई दिनों तक लापता रहने के बाद सुशील पुलिस के हत्थे चढ़े थे। गिरफ्तारी के बाद रेलवे ने अगले आदेश तक उन्हें नौकरी से निकाल दिया है।
जानकारी
पुलिस ने किए थे सुशील की सुरक्षा के कड़े इंतजाम
तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने कहा कि सुशील को मंडोली से तिहाड़ जेल नंबर 2 में शिफ्ट किया गया था। इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए और अतिरिक्त जवानों को भी तैनात किया गया था।
सूत्रों ने बताया कि सुशील कुमार की सुरक्षा को खतरा देखते हुए तीसरी बटालियन के जवानों के साथ-साथ स्पेशल सेल की पश्चिमी रेंज के जवानों की भी तैनाती की गई थी।
विवाद
सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं तस्वीरें
पुलिस के सूत्रों ने बताया कि मंडोली जेल पहुंचने के बाद जवानों ने आरोपी के साथ फोटो खिंचवाना शुरू कर दिया।
तीसरी बटालियन के जवानों को ज्यादा खतरे वाले आरोपियों की तस्वीरें अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ शेयर करने को कहा गया था ताकि उनकी गतिविधियों पर नजर रखी जा सके, लेकिन शुक्रवार को पुलिसकर्मियों ने इन तस्वीरों को व्हाट्सऐप ग्रुप्स और रिश्तेदारों के साथ शेयर करना शुरू कर दिया।
सोशल मीडिया पर भी ऐसी तस्वीरें वायरल हुई थीं।
सुरक्षा चिंता
सुशील कुमार को क्यों शिफ्ट किया गया?
23 मई को गिरफ्तारी के बाद सुशील कुमार को 2 जून तक पुलिस रिमांड में भेजा गया था। बाद में उन्हें मंडोली जेल भेज दिया गया, जहां वो 14 दिनों तक क्वारंटीन रहे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सुशील ने मंडोली जेल में लॉरेंस बिश्नोई-काला जठेड़ी गैंग से खुद को खतरा बताया था, जिसके बाद उन्हें तिहाड़ भेजा गया है।
पुलिस का कहना है कि उनकी सेल के बाहर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी, लेकिन फिर भी वो चिंतित थे।