TRP घोटाला: अर्नब गोस्वामी ने दिए थे 40 लाख रुपये और 12,000 अमेरिकी डॉलर- पार्थो दासगुप्ता
क्या है खबर?
टेलीविजन रेटिंग पॉइंट (TRP) घोटाले के मुख्य आरोपी और ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल (BARC) के पूर्व प्रमुख पार्थो दासगुप्ता ने मुंबई पुलिस को बताया है कि रिपब्लिक टीवी के एडिटर-इन-चीफ अर्नब गोस्वामी ने रेटिंग में झोल करने के लिए उन्हें 40 लाख रुपये दिए थे।
इसके अलावा उन्होंने दो ट्रिप के लिए अर्नब से 12,000 अमेरिकी डॉलर (लगभग 8.75 लाख रुपये) मिलने का दावा भी किया है।
मामले में दाखिल एक सप्लीमेंट्री चार्जशीट में पुलिस ने ये जानकारी दी है।
चार्जशीट
मुंबई पुलिस ने दाखिल की है 3,600 पेज की चार्जशीट
11 जनवरी को कोर्ट में दाखिल की गई अपनी 3,600 पेज की चार्जशीट में मुंबई पुलिस ने बताया है कि दासगुप्ता का बयान 27 दिसंबर, 2020 को शाम 5:15 बजे दो गवाहों की मौजूदगी में क्राइम इंटेलीजेंस यूनिट के कार्यालय में दर्ज किया गया था।
अपने बयान में दासगुप्ता ने कहा कि वह और अर्नब गोस्वामी एक-दूसरे को 2004 से जानते हैं और उन दोनों ने टाइम्स नाउ में साथ काम किया था।
कबूलनामा
दासगुप्ता ने बताया- अर्नब ने दो बार दिए 6,000-6,000 डॉलर
दासगुप्ता ने बताया, "मैं TRP में हेरफेर करने के लिए अपनी टीम के साथ काम किया जिससे रिपब्लिक टीवी नंबर एक बन गया। ये 2017 से 2019 तक चला होगा। इसके लिए 2017 में अर्नब गोस्वामी मुझसे परेल के सेंट रेजिस होटल में निजी तौर पर मिले और फ्रांस और स्विट्जरलैंड की फैमिली ट्रिप के लिए 6,000 डॉलर दिए। 2019 में भी अर्नब सेंट रेजिस में मुझसे मिले और स्वीडन और डेनमार्क की फैमिली ट्रिप के लिए 6,000 डॉलर दिए।"
कबूलनामा
गोस्वामी से तीन बार में लिए 40 लाख रुपये- दासगुप्ता
दासगुप्ता ने आगे कहा, "2017 में गोस्वामी मुझे ITC परेल होटल में मिले और 20 लाख रुपये कैश दिया। इसके अलावा 2018 और 2019 में भी गोस्वामी मुझसे ITC होटल में मिले और दोनों बार 10-10 लाख रुपये दिए।"
दासगुप्ता के वकील अर्जुन सिंह ने इन आरोपों को गलत बताया है और दासगुप्ता से यह बयान दबाव में लिखवाए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि कोर्ट में इस बयान की अहमियत नहीं है।
ऑडिट रिपोर्ट
रिपब्लिक टीवी को नंबर एक बनाने के लिए टाइम्स नाउ की रेटिंग घटाई- ऑडिट
मुंबई पुलिस की चार्जशीट में 24 जुलाई, 2020 की BARC की एक ऑडिट रिपोर्ट भी है जिसमें कुछ चैनलों के साथ पक्षपात करने और कुछ की रेटिंग कम करने के आरोपों की पुष्टि होती है।
रिपोर्ट के अनुसार, दासगुप्ता के कार्यकाल में BARC ने टाइम्स नाउ की रेटिंग घटाई ताकि रिपब्लिक टीवी को नंबर एक बनाया जा सके। इसके अलावा आज तक की रेटिंग को "प्री-फिक्स" करने के लिए इंडिया टुडे और BARC अधिकारियों के बीच बातचीत भी हुई थी।
चार्जशीट
रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के CEO को भी बनाया गया मुख्य आरोपी
मुंबई पुलिस ने अपनी चार्जशीट में इस ऑडिट रिपोर्ट के अलावा दासगुप्ता और गोस्वामी की व्हाट्सऐप चैट और 59 लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं। इसमें दासगुप्ता के अलावा BARC के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (COO) रोमिल रामगर्हिया और रिपब्लिक मीडिया नेटवर्क के CEO विकास खानचंदानी को भी मुख्य आरोपी बनाया गया है।
पहली चार्जशीट नवंबर, 2020 में दाखिल की गई थी और इसमें 12 लोगों को आरोपी बनाया गया था।
TRP घोटाला
क्या है TRP घोटाला?
TRP घोटाले में पार्सो दासगुप्ता पर अर्नब गोस्वामी के साथ मिलकर TRP में गड़बड़ी का खेल करने का आरोप है।
आरोप है कि दासगुप्ता की मदद से अर्नब ने उन घरों के बारे में पता कर लिया था जहां BARC के मीटर लगे हुए हैं और इन परिवारों को मीटर वाली टीवी पर चौबीसों घंटे रिपब्लिक टीवी देखने के लिए पैसे दिए जा रहे थे।
इसके अलावा अन्य चैनलों की रेटिंग घटाकर और अन्य तरीकों से भी हेरफेर की गई।