जम्मू हवाई अड्डे पर हुए धमाकों को पुलिस प्रमुख ने बताया आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह ने जम्मू हवाई अड्डे में हुए दो बम धमाकों को आतंकी हमला करार दिया है। उन्होंने कहा कि जम्मू हवाई अड्डे में विस्फोटक डालने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था। पुलिस ने 5-6 किलोग्राम का एक और IED बरामद किया है। लश्कर-ए-तैयबा के ऑपरेटिव ने यह IED लिया था और वो इसे शहर के किसी भीड़भाड़ वाले स्थान पर रखने की योजना बना रहे थे। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
शनिवार-रविवार रात को हुआ हमला
शनिवार-रविवार रात को पांच मिनट के भीतर जम्मू हवाई अड्डे में दो धमाके हुए थे। इस हमले में दो वायुसैनिकों को मामूली चोटें आई थीं। वायुसेना की तरफ से बताया गया है कि एक धमाके से एक इमारत की छत को नुकसान पहुंचा है और दूसरा धमाका खाली जगह पर हुआ था। शुरुआती जांच में पता चला है कि हवाई अड्डे के भीतर खड़े हेलिकॉप्टरों को नुकसान पहुंचाने के लिए हमला किया गया था।
वायुसेना करती है हवाई अड्डे का संचालन
जम्मू हवाई अड्डा एयरफोर्स स्टेशन के भीतर मौजूद है। यहां से सैन्य उड़ानों के साथ-साथ नागरिक विमान भी उड़ान भरते हैं। यहां के रनवे और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) का संचालन भारतीय वायुसेना करती है।
DGP बोले- IED की बरामदगी से टला बड़ा हमला
IED की बरामदगी की जानकारी देते हुए DGP सिंह ने बताया कि एक बड़े आतंकी हमले को टाल दिया गया है। इस मामले में गिरफ्तार किए गए संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है और कई अन्य गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस दूसरी एजेंसियों के साथ मिलकर हवाई अड्डे में हुई धमाकों की जांच कर रही है। इस मामले में गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के तहत FIR दर्ज की गई है।
हमले में इस्तेमाल हुए ड्रोन के टुकड़े मिले- DGP
इंडिया टुडे से बात करते हुए DGP सिंह ने कहा कि धमाके वाली जगह से हमले में इस्तेमाल किए गए ड्रोन के टुकड़े मिले हैं। ये ड्रोन हवाई अड्डे के पास की किसी जगह से ऑपरेट किए जा रहे थे। उन्होंने बताया कि पुलिस, वायुसेना और दूसरी एजेंसियां हमले के पीछे की वजहों का पता लगाने में जुटी हुई है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की एक टीम भी मौके पर पहुंच चुकी है।
सैन्य ठिकानों पर अलर्ट जारी, BSF ने की समीक्षा
जम्मू में हुए हमले के बाद श्रीनगर, अंबाला और पठानकोट और उत्तर भारत में स्थित कई सैन्य ठिकानों में अलर्ट जारी कर दिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि महत्वपूर्ण जगहों के साथ-साथ उनके आसपास के ठिकानों पर निगरानी रखी जा रही है। दूसरी तरफ सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भी हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की है। जम्मू क्षेत्र में पड़ने वाली पूरी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
रक्षा मंत्री ने ली हमले की जानकारी
धमाके के बाद नेशनल बम डाटा सेंटर के विशेषज्ञों और फॉरेंसिक टीम को मौके पर भेजा गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं और वो लगातार वायुसेना के उप प्रमुख एयर मार्शल एचएस अरोड़ा के संपर्क में बने हुए हैं। रक्षा मंत्री ने एयर मार्शल विक्रम सिंह को भी मौके पर भेजा है। वेस्टर्न एयर कमांडर वीआर चौधरी भी स्थिति का जायजा लेने के लिए जम्मू जाएंगे।
अधिकारियों के संपर्क में है वायुसेना प्रमुख
आधिकारिक दौरे पर बांग्लादेश गए हुए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया भी लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। वो वहीं से अधिकारियों को जरूरी निर्देश दे रहे हैं।