नहीं रहे लोंगेवाला लड़ाई के नायक चांदपुरी, बॉर्डर फिल्म से हुए थे मशहूर
1971 भारत-पाकिस्तान युद्द के नायक बिग्रेडियर कुलदीप सिंह चांदपुरी का शनिवार को निधन हो गया। 78 वर्षीय चांदपुरी कैंसर से पीड़ित थे। उन्होंने मोहाली ने निजी अस्पताल में आखिरी सांस ली। कुलदीप सिंह चांदपुरी को 1971 भारत-पाक युद्ध के दौरान दिखाए अदम्य साहस के लिए याद किया जाता है। चांदपुरी के युद्ध कौशल से प्रेरित होकर बॉलीवुड निर्देशक जेपी दत्ता ने बॉर्डर फिल्म का निर्माण किया था। इस फिल्म में सन्नी देओल ने कुलदीप सिंह की भूमिका निभाई थी।
महज 22 साल की उम्र में किया था बटालियन का नेतृत्व
जब 1971 में भारत औऱ पाकिस्तान के बीच युद्ध चल रहा था, तब कुलदीप सिंह राजस्थान के लोंगेवाला में तैनात थे। उस समय उनकी उम्र केवल 22 साल थी और वो पंजाब रेजीमेंट की 23वीं बटालियन का नेतृत्व कर रहे थे। कई दिनों से जारी इस लड़ाई में पाकिस्तान की हालत खराब थी, ऐसा लग रहा था कि अब लड़ाई समाप्ति की ओर है। तभी चार दिसंबर को पाकिस्तान ने लोंगेवाला चौकी पर रातों-रात हमला कर दिया।
100 भारतीय जवानों के साथ पाकिस्तान के 2,000 फौजियों पर पड़े थे भारी
लोंगेवाला चौकी पर पाकिस्तान करीब दो हजार सैनिकों के साथ हमला कर चुका था। देर शाम हुए इस हमले का बचाव करने के लिए कुलदीप के साथ मात्र 100 भारतीय जवान थे। तब उनके पास विकल्प था कि वो चौकी को छोड़ कर रामगढ़ चले जाए। लेकिन उन्होंने पाकिस्तान से लड़ने का फैसला लिया। अंधेरा होने के कारण उन्हें वायु सेना या अन्य चौकियों से मदद नहीं मिल सकती थी। फिर भी कुलदीप ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिए।
रातों-रात पाकिस्तान के मंसूबों पर फेर दिया पानी
दोनों ओर से जारी गोलाबारी के बीच कुुलदीप और उनकी सैन्य टुकड़ी ने पूरी रात अदम्य साहस का परिचय दिया। पाकिस्तान की योजना चौकी को पार कर जैसलमेर तक पहुंचने की थी। लेकिन भारतीय जवानों ने उनकी योजना को विफल कर दिया। सुबह जब तक वायुसेना मदद के लिए पहुंची तब-तक कुलदीप की अगुआई में भारतीय जवानों ने पाकिस्तानी सैनिकों को आठ किलोमीटर तक पीछे धकेल दिया था। भारतीय जवानों ने रातों-रात पाकिस्तान के 12 टैंकों को तबाह किया था।
महावीर चक्र से सम्मानित हुए कुलदीप सिंह चांदपुरी
इस लड़ाई में दिखाए पराक्रम के लिए कुलदीप को महावीर चक्र से सम्मानित किया गया। बता दें कि महावीर चक्र वीरता के लिए भारत का दूसरा सबसे बड़ा सम्मान है। कुलदीप की कहानी पर साल 1997 में जेपी दत्ता ने बॉर्डर नाम से कई नामचीन सितारों के साथ फिल्म बनाई। यह फिल्म कमाई के मामले में जबरदस्त हिट साबित हुई। इस फिल्म को भारतीय सेना की साहस को दिखाने वाली सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में से एक माना जाता है।