सेना के जवान औरंगजेब की हत्या के मामले में राष्ट्रीय राइफल्स के तीन जवान हिरासत में
सेना ने 44 राष्ट्रीय राइफल्स के तीन जवानों को हिरासत में लिया है। इन तीनों से सेना के जवान औरंगजेब की हत्या में कथित संलिप्तता को लेकर पूछताछ की जा रही है। औरंगजेब की पिछले साल जून में आतंकियों ने हत्या कर दी थी। बतौर इंडियन एक्सप्रेस, इन तीनों पर आरोप है कि इन्होंने औरंगजेब की सूचना किसी और के साथ साझा की थी, जिसके बाद घर जा रहे औरंगजेब का अपहरण कर उनकी हत्या कर दी गई थी।
मरणोपरांत शौर्य चक्र से नवाजे गए थे औरंगजेब
44 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान औरंगजेब जब ईद मनाने अपने घर जा रहे थे, तब आतंकियों ने उनका अपहरण कर उनकी हत्या कर दी थी। वे सेना की उस टीम का हिस्सा थे जिसने हिज्बुल आतंकी समीर टाइगर को ढेर किया था। औरंगजेब को मरणोपरांत पिछले साल स्वतंत्रता दिवस पर शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया था। हाल ही में उनके पिता मोहम्मद हनीफ ने प्रधानमंत्री मोदी की जम्मू रैली में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का दामन थामा था।
सेना का बयान
सेना की तरफ से अभी तक इस मामले में बयान सामने नहीं आया है। इस बारे में पूछे जाने पर सेना के प्रवक्ता राकेश कालिया ने बताया कि अभी मामले की जानकारी ली जा रही है।
कश्मीर के रहने वाले हैं हिरासत में लिए गए तीनों जवान
तीनों जवानों की पहचान अबीद वानी, तजामुल अहमद और अदिल वानी के रूप में हुई है। इनमें से दो पुलवामा और एक कुलगाम का रहने वाला है। औरंगजेब की हत्या की जांच के दौरान इनकी भूमिका संदिग्ध पाई गई है। सोमवार को अबीद वानी के भाई तवासीफ को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। आरोप है कि राष्ट्रीय राइफल्स के जवानों ने उनके साथ मारपीट की थी। मंगलवार को महबूबा मुफ्ती ने अस्पताल में तवासीफ से मुलाकात की।