राजनाथ सिंह का दावा, मोदी सरकार के कार्यकाल में हुईं 2 नहीं 3 सर्जिकल स्ट्राइक
मोदी सरकार के कार्यकाल में हुई 2 सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में पूरे देश को पता है। पहले 2016 में भारत ने उरी में सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले का बदला लेते हुए जमीन के जरिए सर्जिकल स्ट्राइक की और अब पुलवामा आतंकी हमले का बदला लेते हुए आतंकियों पर आसमान से मौत बरसाई। लेकिन क्या मोदी सरकार के कार्यकाल में कोई तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक भी हुई थी? ये सवाल क्यों उठ रहा है, आइए आपको बताते हैं।
राजनाथ सिंह का 3 सर्जिकल स्ट्राइक का दावा
दरअसल, यह सवाल उठा है गृह मंत्री राजनाथ सिंह के एक बयान के बाद। कर्नाटक के मंगलौर में एक रैली को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा, "पिछले 5 सालों में 3 बार अपनी सीमा से बाहर जाकर हम लोगों ने सर्जिकल स्ट्राइक कर कामयाबी हासिल की है।" राजनाथ ने आगे कहा, "2 को तो मैं बताऊंगा, लेकिन एक को नहीं बताऊंगा। दो की जानकारी आपको दूंगा, लेकिन तीसरे की नहीं दूंगा।"
गृह मंत्री ने 2 सर्जिकल स्ट्राइक की दी जानकारी
राजनाथ ने कहा, "हमने देखा कि उरी में रात को सोए हुए हमारे 17 सेना के जवानों के ऊपर पाकिस्तान की धरती से आए आतंकियों ने कायराना हमला कर दिया और उनकी जान ले ली। इसके बाद हमारी सेना के जवानों ने भी फैसला किया और उसके बाद जो हुआ उसकी आपको अच्छी तरह से जानकारी है। आपको बताने की जरूरत नहीं है।" उन्होंने आगे कहा कि दूसरी एयर स्ट्राइक पुलवामा हमले के बाद हाल ही में हुई थी।
3 सर्जिकल स्ट्राइक हुईं, दो की जानकारी दूंगा- राजनाथ सिंह
अगर दावा सही तो कब हुई थी तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक?
राजनाथ ने तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कोई भी जानकारी देने से इनकार कर दिया। उनके बयान के बाद तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक को लेकर अटकलें चल रही हैं। चुनाव के माहौल में एक नेता के ऐसे बयान को एक बार तो हल्का माना जा सकता है, लेकिन उनका देश का गृह मंत्री होने के कारण इस दावे का महत्व बढ़ जाता है। अगर उनका यह दावा सही है तो सवाल यह उठता है कि तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक कब हुई।
कहीं पठानकोट हमले के बाद तो नहीं हुई थी तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक?
मोदी सरकार के कार्यकाल में सेना पर 3 बड़े हमले, जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस, सितंबर 2016 में उरी सेना कैंप और 14 फरवरी, 2019 में पुलवामा, हुए हैं। इनमें से दो, उरी और पुलवामा हमले, के बाद भारत की सर्जिकल स्ट्राइक की जानकारी सार्वजनिक है। इसलिए राजनाथ जिस तीसरी सर्जिकल स्ट्राइक की बात कर रहे हैं, वह कहीं पठानकोट हमले के बाद तो नहीं हुई थी। यह महज एक संभावना है और इस पर कुछ ठोस कहना मुश्किल है।