कोरोना वायरस: शीर्ष विशेषज्ञ ने बताया- इन तीन चीजों पर निर्भर करेगी तीसरी लहर की गंभीरता
राष्ट्रीय वैक्सीनेशन तकनीकी सलाहकार समूह के कोविड-19 वर्किंग ग्रुप के प्रमुख डॉ एनके अरोड़ा ने कहा है कि अकेले डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर आना मुश्किल है और इसकी गंभीरती तीन बातों पर निर्भर करेगी। इनमें उन्होंने दूसरी लहर के दौरान संक्रमित हुए लोगों का अनुपात, वैक्सीनेशन की रफ्तार और संक्रमण े बचाव के नियमों का पालन आदि को शामिल किया है। उन्हें क्या कहा, आइए विस्तार से जानते हैं।
अकेले तीसरी लहर नहीं ला सकता डेल्टा प्लस वेरिएंट- डॉ अरोड़ा
डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण तीसरी लहर आने की आशंका पर डॉ अरोड़ा ने समाचार एजेंसी PTI से कहा, "लहरों का नए वेरिएंट्स और म्यूटेशन से संबंध होता है तो संभावना है क्योंकि यह एक नया वेरिएंट है। लेकिन क्या इससे तीसरी लहर आएगी, यह करना मुश्किल है क्योंकि ये दो-तीन चीजों पर निर्भर करेगी।" उन्होंने कहा कि ये वेरिएंट अकेला बहुत ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा सकता और तीन अन्य बातें भी तीसरी लहर को नियंत्रित करेंगी।
डॉ अरोड़ा के अनुसार, इन चीजों पर निर्भर करेगी तीसरी लहर
डॉ अरोड़ा ने कहा कि तीसरी लहर कितनी भीषण होगी, ये सबसे पहले तो इस बात पर निर्भर करेगा कि दूसरी लहर में आबादी का कितना हिस्सा संक्रमित हुआ। उन्होंने कहा, "अगर एक बड़ी आबादी संक्रमित हो चुकी है तो अगली लहर में लोगों में सर्दी-जुकाम जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं, लेकिन उन्हें गंभीर बीमारी नहीं होगी।" उन्होंने कहा कि मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन दूसरी ऐसी चीज है जिस पर लहर निर्भर करेगी।
तेजी से वैक्सीनेशन किया तो घट जाएगी तीसरी लहर की संभावना- डॉ अरोड़ा
डॉ अरोड़ा ने कहा कि वैक्सीनेशन तीसरी ऐसी चीज है जिस पर तीसरी लहर की गंभीरता निर्भर करेगी। उन्होंने कहा कि अगर वैक्सीनेशन इसी रफ्तार से चलता रहा तो तीसरी लहर के आने तक काफी लोग सुरक्षित हो जाएंगे। उन्होंने कहा, "जिस रफ्तार से हम वैक्सीनेशन कर रहे हैं...एक खुराक भी प्रभावी है और जिस तरह से हम योजना बना रहे हैं, अगर हमने तेजी से वैक्सीनेशन किया तो तीसरी लहर की संभावना बहुत कम हो जाएगी।"
कई विशेषज्ञ जता चुके हैं डेल्टा प्लस वेरिएंट के कारण तीसरी लहर की आशंका
बता दें कि देश के कई विशेषज्ञ डेल्टा प्लस या ऐसे ही किसी नए वेरिएंट के कारण देश में कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर आने की आशंका जता चुके हैं। डेल्टा प्लस दूसरी लहर के लिए जिम्मेदा रहे डेल्टा वेरिएंट का ही एक स्वरूप है और इसमें एक और म्यूटेशन के बाद यह बना है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका जताई जा रही है। इसके अलावा यह एंटीबॉडी कॉकटेल के इलाज को भी चकमा देने में कामयाब है।
अक्टूबर तक तीसरी लहर आने की आशंका
अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स के एक पोल में शामिल 21 विशेषज्ञों ने कहा था कि भारत में अक्टूबर तक महामारी की तीसरी लहर दस्तक दे सकती है। इनमें से तीन ने अगस्त और 12 ने सितंबर तक तीसरी लहर आने की आशंका जताई है। बाकी तीन ने कहा कि नवंबर और फरवरी के बीच भारत में महामारी की तीसरी लहर आएगी। वहीं करीब 70 प्रतिशत विशेषज्ञों ने कहा कि इस बार हालातों पर बेहतर नियंत्रण होगा।