कोरोना वायरस: देश में पिछले 24 घंटे में सामने आए रिकॉर्ड 6,088 नए मामले
देश में एक बार फिर से कोरोना वायरस के रिकॉर्ड नए मामले सामने आए। पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना वायरस के 6,088 नए मरीज मिले, जो अब तक एक दिन में सबसे अधिक है। इसी के साथ कुल मामलों की संख्या 1,18,447 हो गई है। इसके अलावा पिछले 24 घंटे में देश में कोरोना वायरस के 148 मरीजों ने दम तोड़ा और मरने वाले मरीजों की संख्या 3,583 हो गई है। सक्रिय मामलों की संख्या 66,330 है।
रिकॉर्ड उछाल के लिए ये चार राज्य जिम्मेदार
देश में कोरोना वायरस के मामलों में इस रिकॉर्ड उछाल के लिए एक बार फिर से महाराष्ट्र, तमिलनाडु, गुजरात और दिल्ली जिम्मेदार रहे। महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में 2,345 नए मामले सामने आए। राज्य में ये लगातार पांचवां ऐसा दिन था जब 2,000 से अधिक नए मामले सामने आए। वहीं तमिलनाडु में 776, गुजरात में 368 और दिल्ली में 571 नए मामले सामने आए। दिल्ली में पिछले तीन दिन से 500 से अधिक मामले मिल रहे हैं।
पिछले 24 घंटे में ठीक हुए 3,234 मरीज
पिछले 24 घंटे में देश में ठीक होने वाले कोरोना वायरस मरीजों की संख्या भी रिकॉर्ड 3,234 रही। इसी के साथ ठीक होने वाले मरीजों की कुल संख्या 48,534 हो गई है जो कुल मामलों के 40.97 प्रतिशत है।
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य
महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां अब तक कोरोना वायरस से संक्रमण के 41,642 मामले सामने आ चुके हैं जिनमें से 1,454 मरीजों की मौत हुई है। संक्रमितों की संख्या और मौतों, दोनों मामलों में महाराष्ट्र देश के एक तिहाई मामलों के लिए जिम्मेदार है। दूसरे सबसे अधिक प्रभावित राज्य तमिलनाडु में 13,967 मामले सामने आए हैं और 94 की मौत हुई है। गुजरात में 12,905 और दिल्ली में 11,659 मामले हैं।
दिल्ली सरकार और नगर निगमों के आंकड़ों में अंतर
इस बीच कोरोना वायरस की वजह से मौतों के दिल्ली सरकार और निगर निगमों के आंकड़ों में बड़ा अंतर सामने आया है। दिल्ली सरकार के आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक शहर में 194 लोगों की कोरोना वायरस की वजह से मौत हुई है, वहीं दक्षिण दिल्ली और उत्तर दिल्ली नगर निगमों का कहना है कि 16 मई तक कोरोना वायरस से मरे 426 लोगों को अंतिम संस्कार किया जा चुका है।
लॉकडाउन में बड़ी रियायतों के कारण मामले बढ़ने की आशंका
बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के मामले ऐसे समय पर बढ़ रहे हैं जब लॉकडाउन में बड़े स्तर पर रियायतें दी गई हैं। कंटेनमेंट जोन के बाहर लगभग सभी आर्थिक गतिविधियों की इजाजत दे दी गई है। इसके अलावा सभी दुकानों और आम बाजारों को भी खुलने की इजाजत दी गई है। कंटेनमेंट जोन के बाहर सार्वजनिक और निजी परिवहन को भी मंजूरी दी गई है, लेकिन अंतिम फैसला राज्यों पर छोड़ा गया है।