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18 दिन में स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी के आठ मामले, DGCA ने भेजा नोटिस
विमानों में तकनीकी खराबी पर स्पाइसजेट को DGCA का नोटिस

18 दिन में स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी के आठ मामले, DGCA ने भेजा नोटिस

Jul 06, 2022
04:40 pm

क्या है खबर?

पिछले कुछ दिनों में स्पाइसजेट एयरलाइंस के विमानों में तकनीकी खराबी के अत्यधिक मामले सामने आने के बाद रेगुलेटर संस्था नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने कंपनी से स्पष्टीकरण मांगा है। DGCA ने अपने नोटिस में कहा है कि खराब आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण और अपर्याप्त रखरखाव विकल्पों के कारण विमानों की सुरक्षा में कमी आई है। नोटिस में कंपनी से पूछा गया है कि मामले में उसके खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए।

पृष्ठभूमि

क्या है स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी का मामला?

पिछले 18 दिनों में किसी न किसी तकनीकी या अन्य खामी के कारण स्पाइसजेट के आठ विमानों को इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी है। कल मंगलवार को चीन जा रहे स्पाइसजेट के एक मालवाहक विमान को मौसम रडार के काम न करने के कारण वापस कोलकाता लौटना पड़ा था। मंगलवार को ही दिल्ली से दुबई जा रहे स्पाइसजेट के एक विमान को इंडिकेटर लाइट में खराबी आने के कारण पाकिस्तान के कराची में इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी थी।

नोटिस

घटनाओं का संज्ञान लेते हुए DGCA ने जारी किया कारण बताओ नोटिस

इन घटनाओं का संज्ञान लेते हुए मंगलवार रात जारी किए गए अपने कारण बताओ नोटिस में DGCA ने स्पाइसजेट से कहा, "ये देखा गया है कि कई मौकों पर विमान या तो अपने प्रारंभिक स्टेशन पर वापस लौट गया या फिर कमतर सुरक्षा व्यवस्था के साथ गंतव्य तक पहुंचा।" DGCA ने कहा कि समीक्षा में पाया गया है कि खराब आंतरिक सुरक्षा निरीक्षण और अपर्याप्त रखरखाव विकल्पों के कारण सुरक्षा व्यवस्था में कमी आई है।

नोटिस

सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय हवाई सेवा देने में नाकाम रहा स्पाइसजेट- DGCA

DGCA ने नोटिस में आगे कहा कि सितंबर, 2021 में किए गए उसके वित्तीय मूल्यांकन में सामने आया था कि स्पाइसजेट एयरलाइन कैश एंड कैरी मॉडल पर संचालित हो रही है और सप्लायर्स और स्वीकृत विक्रेताओं को नियमित तौर पर भुगतान नहीं किया जा रहा है जिससे पुर्जों की कमी हो रही है। DGCA के अनुसार, इससे ये निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि स्पाइसजेट सुरक्षित, कुशल और विश्वसनीय हवाई सेवा देने में नाकाम रही है।

समय

स्पाइसजेट को जवाब दाखिल करने के लिए दिए गए तीन हफ्ते

नोटिस के अंत में स्पाइसजेट के अकाउंटेबल मैनेजर को तीन हफ्ते के अंदर यह बताने को कहा है कि एयरलाइन के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होनी चाहिए। तय समय में जवाब न मिलने पर DGCA अपने हिसाब से कदम उठाएगा। नागर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट करते हुए कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और सुरक्षा को खतरे में डालने वाली छोटी सी भी गलती की जांच करके ठीक किया जाएगा।

जानकारी

न्यूजबाइट्स प्लस

स्पाइसजेट एयरलाइन पिछले तीन सालों से घाटे में चल रही है। एयरलाइन को 2018-19 में 316 करोड़, 2019-20 में 934 करोड़ और 2020-21 में 998 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। कोरोना वायरस महामारी ने एयरलाइन की मुसीबतों को और बढ़ाया है।