दिल्ली और मुंबई में 2040 तक होंगे 3-3 एयरपोर्ट, अन्य 31 शहरों में बनेंगे 2-2 एयरपोर्ट
देश की राजधानी दिल्ली और आर्थिक राजधानी मुंबई में साल 2040 तक 3-3 एयरपोर्ट होंगे। हाल ही में जारी केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एक रिपोर्ट में यह सपना देखा गया है। रिपोर्ट में दिल्ली, मुंबई के अलावा कम से कम 31 अन्य शहरों में भी 2040 तक 2-2 एयरपोर्ट बनाने का लक्ष्य रखा गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 20 शहरों को 2030 तक दूसरे एयरपोर्ट की आवश्यकता पड़ जाएगी।
10-15 साल में कम पड़ने लगेंगे मौजूदा एयरपोर्ट
मुंबई में हुई वैश्विक उड्डयन समिट में पेश रिपोर्ट के अनुसार, अगले 10-15 सालों में देश के ज्यादातर बड़े एयरपोर्ट कम पड़ने लगेंगे और नए एयरपोर्ट्स की आवश्यकता पड़ेगी। 'विजन 2040' नाम से जारी रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में तो 2040 तक 2 एयरपोर्ट भी कम पड़ने लगेंगे और तीसरे एयरपोर्ट की आवश्यकता होगी। भारत में मौजूद कॉमर्शियल जहाजी बेड़े की संख्या मार्च 2018 में 622 से बढ़कर मार्च 2040 में 2,359 हो जाएगी।
200 एयरपोर्ट का लक्ष्य
मंत्रालय के एक अधिकारी के अनुसार, '2040 तक भारत में 190-200 ऐसे एयरपोर्ट होंगे जो प्रयोग में आ रहे होंगे।' अधिकारी के अनुसार इसके लिए तकरीबन 1,50,000 एकड़ जमीन और $4,000-5,000 करोड़ निवेश की आवश्यकता होगी। केंद्रीय उड्डयन मंत्रालय अब राज्य सरकारों के साथ रिपोर्ट की जानकारियों और आंकड़ों को साझा करेगा। राज्य सरकारों को राज्य में अभी मौजूद एयरपोर्ट की क्षमता पूरी होने से 5 साल पहले दूसरे एयरपोर्ट के लिए जमीन देखनी होगी।
बनेगा नभ निर्माण कोष
मंत्रालय के एक अन्य अधिकारी के अनुसार, योजना के लिए सरकार $200 करोड़ का शुरुआती नभ (NABH) निर्माण कोष भी बना सकती है। इस कोष का इस्तेमाल कम ट्रैफिक वाले एयरपोर्ट के शुरुआती निर्माण के लिए किया जाएगा। जमीन के लिए सरकार लैंड पूलिंग तरीके का इस्तेमाल कर सकती है। 2017-18 की रिपोर्ट के अनुसार, भारत के एयरपोर्ट अभी सालाना 18.4 करोड़ यात्रियों का बोझ उठाते हैं। इस साल यह आंकड़ा 20 करोड़ से ऊपर जाने का अंदेशा है।