हरियाणा: खाप पंचायतों की अग्निपथ योजना में आवेदन करने पर समाज से अलग करने की धमकी
सेना में भर्ती के लिए लाई गई अग्निपथ योजना का विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है। हरियाणा में गत दिनों हुए हिंसक विरोध प्रदर्शन के बीच कई किसान संगठनों और खाप पंचायतों ने भी योजना के विरोध का समर्थन किया था। इस बीच बुधवार को रोहतक जिले के सांपला कस्बे में हुई खाप पंचायतों की संयुक्त बैठक में अग्निपथ योजना के तहत आवेदन करने वाले युवाओं को सामाजिक रूप से अलग-थलग करने की चेतावनी दी गई है।
बैठक में विभिन्न राज्यों की खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया
सांपला कस्बे में बुलाई गई खाप पंचायतों की संयुक्त बैठक में हरियाणा, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और पंजाब की विभिन्न खाप पंचायतों और अन्य सामुदायिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने भाग लिया था। इसके अलावा कई छात्र संगठनों के सदस्य भी शामिल हुए थे। बैठक में योजना के तहत भर्ती में शामिल होने वाले युवाओं को सामजिक रूप से अलग करने और योजना का समर्थन करने वाले नेताओं सहित औधोगिक घरानों का बहिष्कार करने का निर्णय किया गया।
धनकड़ खाप के प्रमुख ने किया ऐलान
बैठक की अध्यक्षता करने वाले धनकड़ खाप के प्रमुख ओम प्रकाश धनकड़ कहा, "हम प्रशिक्षित अग्निवीरों को मजदूरी के काम पर रखने के लिए प्रेरित करने वाली अग्निपथ योजना का बहिष्कार कर रहे हैं।" उन्होंने आगे कहा, "हम इस भर्ती के लिए आवेदन करने वालों को सामाजिक रूप से अलग-थलग करने का प्रयास करेंगे। इसके लिए हम बहिष्कार शब्द का इस्तेमाल नहीं करेंगे, लेकिन समुदाय इस तरह के युवाओं से दूरी बनाकर रखेगा।"
नेताओं सहित औधोगिक घरानों के बहिष्कार की अपील
धनकड़ ने 14 जून को घोषित योजना का समर्थन करने वाले औधोगिक घरानों और भाजपा-जननायक जनता पार्टी (JJP) के नेताओं का भी बहिष्कार करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं की पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी करने पर खाड़ी देशों में किए गए भारतीय उत्पादों के बहिष्कार की तरह लोगों को योजना के समर्थन करने वाले औधोगिक घरानों द्वारा तैयार 10,000 से अधिक उत्पादों का बहिष्कार करना चाहिए।
प्रदर्शनकारियों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने की मांग
धनकड़ ने विरोध करने वाले युवाओं के खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेने की मांग करते हुए सांपला के छोटू राम धाम में स्थायी विरोध शुरू करने की चेतावनी दी है। उन्होंने लोगों से विरोध में शामिल होने की भी अपील की है।
क्या है अग्निपथ योजना?
अग्निपथ योजना तीनों सेनाओं, थल सेना, वायुसेना और नौसेना, के लिए एक अखिल भारतीय योग्यता-आधारित भर्ती प्रक्रिया है। इस योजना के तहत भर्ती होने वाले युवाओं को 'अग्निवीर' कहा जाएगा। उन्हें चार साल के लिए सेना में सेवा का अवसर मिलेगा। इसके बाद योग्यता, इच्छा और मेडिकल फिटनेस के आधार पर 25 प्रतिशत अग्निवीरों को सेवा में बरकरार रखा जाएगा। इस योजना के खिलाफ देशभर में युवा सड़कों पर हैं और इसे वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
क्यों योजना का विरोध कर रहे हैं युवा?
योजना में भर्ती युवा स्थायी नहीं होंगे और न ही उन्हें पेंशन मिलेगी, हालांकि उन्हें चार साल बाद 10-11 लाख की एकमुश्त राशि दी जाएगी। युवाओं में इसी को लेकर सबसे अधिक आक्रोश है। हालांकि, विरोध के बाद सरकार ने योजना में कई बड़े बदलाव किए हैं, लेकिन विरोध नहीं थम रहा है। बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान सहित देश के 20 राज्यों में बड़े स्तर पर योजना का विरोध किया जा रहा है।