हिमाचल प्रदेश: किन्नौर में भूस्खलन की चपेट में आए वाहन, अब तक हुई 11 की मौत
हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश आफत लेकर आ रही है। राज्य के अधिकतर जिलों में भूस्खलन की घटनाएं हो रही है। बुधवार को भी किन्नौर जिले में रिकांग पियो-शिमला राजमार्ग पर भूस्खलन की घटना हुई। इसमें एक ट्रक और बस सहित कई वाहन मलबे में दब गए। इससे मलबे में दबने से 11 लोगों की मौत हो गई और 30 से अधिक लोग फंसे हुए हैं। भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) की टीम ने बचाव कार्य शुरू कर दिया है।
भरभराकर गिरा पहाड़, राजमार्ग क्षतिग्रस्त
हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार, ITBP के अधिकारियों ने बताया कि दोपहर करीब 12:45 बजे रिकांग पियो-शिमला राजमार्ग पर एक तरफ का पहाड़ भरभराकर ढह गया। उस दौरान वहां से गुजर रहा एक ट्रक और हिमाचल प्रदेश सड़क परिवहन निगम (HRTC) की बस सहित कुछ अन्य वाहन मलबे में दब गए। उन्होंने बताया कि मलबे में करीब 40 लोगों के दबे होने की आशंका है और इनमें से अधिकतर बस में सवार बताए जा रहे हैं।
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ITBP ने 14 लोगों को मलबे से जिंदा बचाया
डिप्टी कमिश्नर आबिद हुसैन सादिक ने बताया कि घटना के आधा घंटे बाद ITBP की टीम मौके पर पहुंची और उन्होंने राहत कार्य शुरू कर दिया। उन्होंने बताया कि ITBP के 300 जवान, NDRF और पुलिस टीमें बचाव कार्य में जुटी है। अब तक 11 लोगों के शव बरामद किए जा चुके हैं तथा 14 लोगों को जिंदा बचा लिया गया है। अभी करीब 30 लोगों के मलबे में फंसे होने की संभावना है। उन्हें बचाने के प्रयास जारी हैं।
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भूस्खलन से बचाव कार्य में आ रही है परेशानी
ITBP के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि पहाड़ी पर फिर से भूस्खलन शुरू हो गया है। पहाड़ से मिट्टी के साथ चट्टानें लगातार गिर रही है। ऐसे में बचाव टीम करीब एक घंटे से भूस्खलन के रुकने का इंतजार कर रही है। उन्होंने बताया कि कुछ वाहनों चट्टान से टकराने के बाद सतलुज नदी में गिर गए। उनकी भी तलाश जारी है। इधर, किन्नौर पुलिस ने लापता लोगों के परिजनों के लिए हेल्पलाइन नंबर (1786222873) जारी किए हैं।
प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने की मुख्यमंत्री से बात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री ठाकुर से बात कर रिपोर्ट ली है तथा बचाव कार्य में तेजी लाने को कहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री ने बचाव कार्य में हरसंभव मदद करने का भरोसा दिया है।
मुख्यमंत्री ने दिए बचाव अभियान में तेजी लाने के निर्देश
इधर, घटना के बाद मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने पुलिस और प्रशासन को बचाव अभाव में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा, "मैंने पुलिस और स्थानीय प्रशासन को बचाव अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इसी तरह NDRF को भी अलर्ट पर रखा गया है। हमें सूचना मिली है कि घटना में एक बस, ट्रक और एक कार को नुकसान हो सकता है। हम इस मामले में विस्तृत जानकारी का इंतजार कर रहे हैं।"
पिछले महीने किन्नौर जिले में हुई थी नौ लोगों की मौत
25 जुलाई को किन्नौर जिले के बटसेरी में सांगला-छितकुल मार्ग पर पहाड़ी से दरकी चट्टानों की चपेट में पर्यटकों से भी एक मिनी बस चपेट में आ गई थी। हादसे में टेंपो ट्रैवलर में सवार नौ पर्यटकों की मौत हो गई, जबकि एक स्थानीय व्यक्ति और दो पर्यटक जख्मी हो गए थे। हादसा इतना भयानक था कि वाहन को चट्टानों ने हवा में ही उड़ा दिया और वह 600 मीटर नीचे बास्पा नदी के किनारे दूसरी सड़क पर जा गिरा।