लॉकडाउन का पालन नहीं करने पर एक कोरोना मरीज 406 लोगों को कर सकता है संक्रमित
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के आगे पूरी दुनिया बेबस नजर आ रही है। इसके प्रसार को रोकने के लिए सरकारें एक से बढ़कर एक कदम उठा रही है, लेकिन अभी उसका लाभ मिलता नहीं दिख रहा है।
इसी बीच कोरोना के प्रसार को लेकर किए अध्ययन में सामने आया है कि कोरोना वायरस की चपेट में आया एक व्यक्ति लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग सहित अन्य उपायों के बिना 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है।
प्रसार में कमी
उपायों के साथ संक्रमण के प्रसार को किया जा सकता है कम
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) के अध्ययन के अनुसार कोरोना का एक मरीज अगर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेसिंग का पालन नहीं करता है तो वह 30 दिन में 406 लोगों को संक्रमित कर सकता है।
इसके उलट यदि वह सभी उपायों का 70 प्रतिशत भी पालन करता है तो वह 30 दिन में केवल 2.5 लोगों को ही संक्रमित करेगा।
जानकारी
R-Naught में मापी जाती है संक्रमण के प्रसार की दर
संयुक्त सचिव ने बताया कि किसी गंभीर बीमारी के संक्रमण के प्रसार की दर R-Naught या R-0 से मापा जाता है। उन्होंने बताया कि भारत द्वारा उठाए गए कदमों के बाद वर्तमान में देश में संक्रमण के पसार की दर 1.4 और 1.5 R-Naught है।
बढ़ोत्तरी
24 घंटे में सामने आए 54 नए मामले
संयुक्त सचिव अग्रवाल ने बताया कि देश में पिछले 24 घंटे में 54 नए लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि हुई है।
इसके साथ संक्रमितों की कुल संख्या 4,421 पहुंच गई है। इसी तरह पिछले 24 घंटे में आठ लोगों की मौत होने के साथ कुल आंकड़ा 117 पर पहुंच गया है।
उन्होंने बताया कि अब तक 326 लोग उपचार के बाद पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं और उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
तैयारी
सरकार की तैयारियों से मिल रही राहत
संयुक्त सचिव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना संक्रमण के संवेदनशील क्षेत्र नोएडा, भीलवाड़ा, आगरा, पथानामथिट्टा और पूर्वी दिल्ली में टेस्टिंग और उन्हें सील किए जाने का लाभ मिलने लगा है।
इसी तरह पुणे, सूरत, बेंगलुरु और तुमकुरू में निगरानी, ट्रैकिंग, होम क्वारंटाइन, हीट मैप, टेलीमेडिसिन सहित तकनीकी का बेहतर उपयोग किया जा रहा है।
इससे कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में खासी मदद मिल रही है।
आइसोलेशन बेड
रेलवे ने तैयार किए 40,000 आइसोलेशन बेड
संयुक्त सचिव अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना मरीज, संदिग्ध कोरोना मरीज और सामान्य कोरोना लक्षण वाले मरीजों के उपचार के लिए अस्पतालों को तीन श्रेणी में विभाजित किया है।
इनमें कोरोना केयर सेंटर, समर्पित कोरोना केयर सेंटर और समर्पित कोरोना स्वास्थ्य केंद्र है।
उन्होंने बताया कि रेलवे ने 2,500 डिब्बों में 40,000 आइसोलेशन बेड तैयार किए हैं। रेलवे द्वारा प्रतिदिन 375 आइसोलेशन बेड तैयार किए जा रहे हैं।
जानकारी
लॉकडाउन हटाने को लेकर नहीं हुआ कोई निर्णय
संयुक्त सचिव अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन हटाने या आगे बढ़ाने को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं किया गया है। सुप्रीम कोर्ट ने लॉकडाउन को लेकर चल रही अफवाहों को दूर करने के लिए कहा है। इस पर निर्णय होने पर बताया जाएगा।