कोरोना वायरस: चरमराती अर्थव्यवस्था के बीच अमेरिका में 14 दिन में बेरोजगार हुए एक करोड़ लोग
क्या है खबर?
कोराना वायरस का प्रकोप पूरी दुनिया में लगातार बढ़ता जा रहा है। सभी सरकारें इसके प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन सहित अन्य आवश्यक कदम उठा रही हैं।
लॉकडाउन के कारण वैश्विक अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। कंपनियों के बंद होने से बेरोजगारी भी बढ़ने लगी है।
सबसे बुरी हालत विश्व की सबसे बड़ी ताकत संयुक्त राज्य अमेरिका की हो रही है। यहां पिछले 14 दिन में करीब एक करोड़ लोग बेरोजगार हो गए हैं।
बेरोजगारी भत्ता
सात दिन में 66 लाख लोगों ने किया बेरोगारी भत्ते के लिए आवेदन
अमेरिका के श्रम मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में बेरोजगारों की संख्या एक करोड़ तक पहुंच गई है।
गत 28 मार्च को समाप्त हुए सप्ताह के दौरान कुल 66 लाख लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया था।
अमेरिका के इतिहास में एक सप्ताह में बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन करने वालों की यह सबसे बड़ी संख्या है।
इसी तरह 21 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में कुल 33 लाख लोगों ने बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन किया।
बढ़ोत्तरी
बेरोजगार होने वालों की संख्या में हो सकती है बढ़ोत्तरी
श्रम मंत्रालय के अनुसार अमेरिका में बेरोजगार होने वालों की संख्या में और भी बढ़ोत्तरी हो सकती है। अधिकतर लोग नेटवर्क और इंटरनेट की समस्या के कारण बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन नहीं कर सके हैं। लोगों की ओर से इस तरह की शिकायतें भी मिली है।
इसी तरह अंशकालीन वर्कर्स और अन्य काम करने वाले लोगों को बेरोजगारी भत्ते की सुविधा नहीं मिलती है। ऐसे में यदि उनको शामिल किया जाए तो बेरोजगारों की संख्या अप्रत्याशित हो सकती है।
जानकारी
औसतन सात लाख लोग प्रतिदिन हो रहे हैं बरोजगार
अमेरिका में बेरोजगार हो रहे लोगों की संख्या के अनुसार औसतन करीब 7.14 लाख लोगों को प्रतिदिन नौकरी से हाथ धोना पड़ा रहा है। इसी तरह औसतन करीब 9.42 लाख लोग प्रतिदिन बेरोजगारी भत्ते के लिए आवेदन कर रहे हैं।
कंपनियां
प्रतिदिन लोगों को नौकरी से निकाल रही है कंपनियां
अमेरिका में आर्थिक मंदी के असर का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वहां की कंपनियां प्रतिदिन लोगों को नौकरियों से निकाल रही है।
रिफिनिटिव के अनुमान के मुताबिक मार्च में अमेरिका में एक लाख लोगों के रोजगार खोने का आंकड़ा आ सकता है।
इसके कारण बेरोजगारी की दर 3.5 फीसदी के ऐतिहासिक निचले स्तर से बढ़कर 3.8 फीसदी पर पहुंच सकती है। देश की बेरोजगारी दर 2021 तक 9% तक भी पहुंच सकती है।
छुट्टी
गैरजरूरी कर्मचारियों को छुट्टी पर भेजगा डिज्नी
दुनिया की सबसे बड़ी इंटरटेनमेंट कंपनी डिज्नी भी आर्थिक मंदी से नहीं बच पाई है। यही कारण है कि कपंनी ने अपने गैरजरूरी कर्मचारियों को कुछ दिन की छुट्टी पर भेजने का निर्णय किया है।
कंपनी आगामी 19 अप्रैल से इस प्रक्रिया को शुरू करेगी। वर्तमान में गैर जरूरी कर्मचारियों की सूची तैयार की जा रही है।
इसके बाद छुट्टी पर भेजे जाने वाले कर्मचारी भी सरकारी राहत के हिस्सेदार बन जाएंगे। डिज्नी के दुनियाभर में 2.27 लाख कर्मचारी हैं।
भारत
भारत में भी बिगड़ने लगी है स्थिति
कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए किए गए देशव्यापी लॉकडाउन से भारत में भी स्थिति बिगड़ने लगी है। छोटी-बड़ी कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है।
निजी उद्योग वालों ने मजदूर व कामगारों को नौकरी से निकाल दिया है। हालांकि, अभी तक बेरोजगार हुए लोगों का आंकड़ा जारी नहीं किया गया है।
सरकार ने भी कंपनियों और सेवा प्रदताओं को कर्मचारियों को नौकरी से नहीं निकालने तथा लॉकडाउन के दौरान का वेतन देने की एडवाइजरी जारी की है।
चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र ने दी थी 2.5 करोड़ लोगों के बेरोजगार होने की चेतावनी
गत 18 मार्च को संयुक्त राष्ट्र ने कोरोना की महामारी के कारण दुनियाभर में 2.5 करोड़ लोगों की नौकरी जाने की चेतावनी दी थीं।
इससे वैश्विक अर्थव्यवस्था को 3.6 लाख करोड़ डॉलर का झटका लगने की उम्मीद जताई गई थी।
संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि कोरोना महामारी के कारण पूरी दुनिया में आर्थिक और श्रम संकट गहरा जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन ने वैश्विक स्तर पर एक समन्वित नीति बनाने पर नुकसान के कम होने की उम्मीद जताई थीं।