वैक्सीनेशन अभियान: मई-जून में ग्रामीण इलाकों में लगाई गईं 53 प्रतिशत खुराकें- सरकार
क्या है खबर?
सरकार ने कोरोना वायरस के खिलाफ चल रहे वैक्सीनेशन अभियान में ग्रामीण और सुदूर इलाकों को अनदेखा करने की रिपोर्ट्स का खंडन करते हुए कहा है कि देश के करीब 71 फीसदी सरकारी वैक्सीनेशन केंद्र ग्रामीण इलाकों में बने हैं, जहां मई-जून के छह सप्ताह के भीतर देश में लगाई गई खुराकों में 53 प्रतिशत खुराकें दी गई थीं।
सरकार की तरफ से कहा गया है कि कई ऐसे इलाकों में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा वैक्सीनेशन हुआ है।
बयान
आने वाली समय में और बढ़ेगी कवरेज- पॉल
नीति आयोग के सदस्य और देश में कोरोना पर बनी टास्क फोर्स के प्रमुख डॉ वीके पॉल ने कहा, "हमारे कई जनजातीय जिलों में वैक्सीनेशन की कवरेज राष्ट्रीय औसत से अधिक है। आने वाले समय में यह और बढ़ेगी।"
उन्होंने उम्मीद जताई कि नए नियम आने के बाद राज्य, केंद्र और निजी क्षेत्र की भागीदारी से वैक्सीनेशन अभियान रफ्तार पकड़ेगा।
केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन अभियान तेज करने में निजी क्षेत्र के योगदान को भी रेखांकित किया है।
वैक्सीनेशन अभियान
राज्यों को निजी क्षेत्र की मदद लेने को कहा गया- पॉल
वैक्सीनेशन अभियान को मजबूती देने में निजी क्षेत्र की भागीदारी पर जोर देते हुए डॉ पॉल ने कहा कि राज्यों को छोटे और बड़े निजी स्वास्थ्य केंद्रों की मदद लेने को कहा गया है।
उन्होंने आगे कहा कि इनकी संख्या केंद्र सरकार के साथ साझा की जाएगी ताकि देशभर में वैक्सीन की समान आपूर्ति को सुनिश्चित किया जा सके।
बता दें कि सरकार ने निजी अस्पतालों को सीधे कंपनियों से वैक्सीन खरीदने की छूट दी हुई है।
वैक्सीनेशन
शहरी इलाकों में वैक्सीन लगने की संभावना दोगुना- रिपोर्ट
इसी सप्ताह हिंदुस्तान टाइम्स ने एक समीक्षा रिपोर्ट प्रकाशित की थी, जिसमें बताया गया कि भारत के शहरी इलाकों में वैक्सीनेशन की रफ्तार ग्रामीण इलाकों से तेज है।
अखबार का कहना था कि ग्रामीण इलाकों की तुलना में शहरी इलाकों में रह रहे लोगों को खुराक मिलने की संभावना लगभग दोगुना है। शहरी जिलों में भारत की लगभग 13 प्रतिशत आबादी रहती है, लेकिन इन जिलों की 27 फीसदी आबादी को वैक्सीन की खुराकें मिल चुकी हैं।
कोरोना वायरस
देश में क्या है वैक्सीनेशन अभियान की स्थिति?
भारत में 16 जनवरी से सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सिन के साथ वैक्सीनेशन अभियान शुरू हुआ था और अब तक वैक्सीन की 27,23,88,783 खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
बीते दिन 33,00,085 खुराकें लगाई गईं। वैक्सीन की कमी के चलते धीमा पड़ चुका वैक्सीनेशन अभियान अब धीरे-धीरे रफ्तार पकड़ रहा है।
देश में अब तक 22,19,01,281 लोगों को वैक्सीन की एक और 5,04,87,502 लोगों को दोनों खुराकें लगाई जा चुकी हैं।
कोरोना वैक्सीनेशन
दिसंबर तक सबको वैक्सीनेट करने की योजना
कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए सरकार दिसंबर तक सभी नागरिकों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य लेकर चल रही है। सरकार का दावा है कि दिसंबर तक देश में 216 करोड़ खुराकें उपलब्ध होंगी, जो 108 करोड़ लोगों के लिए पर्याप्त होगी।
वैक्सीनेशन अभियान को तेज करने के लिए सरकार ने मध्य जुलाई से रोजाना एक करोड़ खुराकें लगाने की योजना बनाई है। इसके लिए पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की खुराकों का इतंजाम किया जा रहा है।