कोरोना: 400 कर्मचारियों की मौत के बाद कोल इंडिया ने सरकार से मांगी 10 लाख खुराकें
देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शामिल कोल इंडिया लिमिटेड ने अपने लगभग 400 कर्मचारियों के कोरोना वायरस से मरने के बाद वैक्सीनेशन में तेजी लाने के लिए केंद्र सरकार से मदद मांगी है। कंपनी ने सरकार से वैक्सीन की लगभग 10 लाख खुराकें मांगी हैं जिनसे कर्मचारियों और उनके परिजनों का वैक्सीनेशन किया जाएगा। 2.59 लाख कर्मचारियों वाली कोल इंडिया में अभी तक लगभग 64,000 कर्मचारियों को वैक्सीन लग चुकी है। 35,000 परिजनों का भी वैक्सीनेशन हो चुका है।
कुल 6,000 कर्मचारी हुए संक्रमित, 1,000 का इलाज जारी
कोल इंडिया के अनुसार, उसके लगभग 6,000 कर्मचारी अब तक कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जिनमें से 1,000 का अभी भी इलाज चल रहा है। कंपनी के अनुसार, कोरोना संक्रमण से मरे ज्यादातर कर्मचारियों की मौत दूसरी लहर के दौरान हुई है और उसकी सबसे बड़ी यूनिट साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड में सबसे अधिक लगभग एक-तिहाई मौतें हुई हैं। कंपनी ने मृतकों के परिजनों को 15 लाख रुपये और एक परिजन को नौकरी देने का वादा भी किया है।
लॉकडाउन में जारी रहा कॉल इंडिया का काम
बता दें कि भारत में 70 प्रतिशत बिजली कोयले से बनती है और इसलिए लॉकडाउन और महामारी के दौरान भी कोल इंडिया के कर्मचारी आवश्यक सेवाओं के तहत काम करते रहे। कंपनी के अनुसार, उसने कोविड से बचाव के नियमों का कड़ाई से पालन किया। कर्मचारियों को मास्क पहनाए गए, सफाई रखी गई और उनके उपकरणों को नियमित तौर पर सैनिटाइज किया गया। इन सावधानियों के बावजूद कंपनी के हजारों कर्मचारी संक्रमित हो गए।
और नुकसान से बचने के लिए तेज किया जाएगा वैक्सीनेशन
अब और नुकसान से बचने के लिए कंपनी ने कर्मचारियों और उनके परिजनों का तेजी से वैक्सीनेशन करने का फैसला लिया है और इसके लिए सरकार से खुराकें मांगी हैं। मजदूर संगठनों ने भी ऐसी ही मांगें की थीं। ऐसे ही एक संगठन अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ के महासचिव सुधीर गुर्दे ने बताया, "कंपनी को अब कर्मचारियों और उनके परिजनों का बड़े पैमाने पर वैक्सीनेशन करने पर विचार करना चाहिए ताकि नुकसान से बचा जा सके।"
देशभर में भी धीमा बना हुआ है वैक्सीनेशन
बता दें कि कोल इंडिया के साथ-साथ देशभर में भी वैक्सीनेशन अभियान धीमी रफ्तार से चल रहा है और रोजाना लगभग 20-25 लाख खुराकें ही लगाई जा रही हैं। देश की क्षमता इसके कई अधिक खुराकें लगाने की है, लेकिन खुराकों की कमी और केंद्र सरकार की विवादित वैक्सीनेशन नीति के कारण अभियान तेजी नहीं पकड़ पाया है। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस नीति में बदलाव कर अभियान में तेजी लाने की तरफ कदम बढ़ाए हैं।
अब तक कुल कितनी खुराकें लगीं?
16 जनवरी को शुरू हुए कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के तहत देश में मंगलवार तक कुल 23,90,58,360 खुराकें लग चुकी हैं। 19,21,37,133 लोगों को कम से कम एक खुराक और 4,69,21,227 लोगों को दोनों खुराकें लग चुकी हैं। मंगलवार को 27,76,096 खुराकें लगाई गईं।