कोरोना: पूरी तरह सुरक्षित हैं दोनों भारतीय वैक्सीनें, व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी पर ध्यान न दें- हर्षवर्धन
क्या है खबर?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने लोगों से कोरोना वैक्सीन को लेकर चल रही अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।
दिल्ली के एक अस्पताल में अपनी पत्नी के साथ वैक्सीन की दूसरी खुराक लेने के बाद उन्होंने कहा , भारत में बनी दोनों वैक्सीनें पूरी तरह सुरक्षित हैं। कुछ लोगों को अभी भी वैक्सीन को लेकर शक है। मैं लोगों से व्हाट्सऐप यूनिवर्सिटी में चल रही बातों पर ध्यान न देने की अपील करता हूं।"
वैक्सीनेशन अभियान
भारत में कोविशील्ड और कोवैक्सिन हो रही इस्तेमाल
भारत में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की शुरुआत 16 जनवरी को हुई थी।
पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों और फ्रंटलाइन कर्मियों को वैक्सीन गई। वहीं दूसरे चरण में 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गंभीर बीमारियों से जूझ रहे 45 साल से अधिक उम्र के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है।
वैक्सीनेशन अभियान मेंं भारत बायोटेक की कोवैक्सिन और सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड वैक्सीन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
बयान
वैक्सीन के साइड इफेक्ट नहीं हुए- हर्षवर्धन
हर्षवर्धन ने कहा कि वैक्सीन की पहली खुराक लेने के बाद उन्हें और उनकी पत्नी को कोई साइड इफेक्ट्स नहीं हुए। दोनों भारतीय वैक्सीन पूरी तरह सुरक्षित हैं।
उन्होंने कहा कि वैक्सीन लगवाने के बाद संक्रमित होने के बहुत ही दुर्लभ मामले हैं और अगर किसी को वैक्सीन लेने के बाद कोरोना होता भी है तो यह उनके अस्पताल में भर्ती होने के खतरे को कम कर देती है।
स्वास्थ्य मंत्री को कोवैक्सिन की खुराक लगाई गई है।
जानकारी
430 जिलों में 28 दिनों से नहीं कोरोना का एक भी मामला- हर्षवर्धन
देश में महामारी की स्थिति पर बात करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि लगभग 430 जिले ऐसे हैं, जहां पिछले 28 दिनों में एक भी संक्रमित व्यक्ति नहीं मिला है। हालात नियंत्रण में हैं, लेकिन महामारी से बचाव में लापरवाही नहीं बरती जा सकती।
कोरोना वैक्सीन
भारत में सात वैक्सीनें इंसानी ट्रायल में- हर्षवर्धन
इस मौके पर हर्षवर्धन ने कहा कि भारत में सात संभावित वैक्सीनें इंसानी ट्रायल के अलग-अलग चरणों में हैं और कुछ अंतिम चरणों में पहुंच गई है। इसके अलावा लगभग दर्जन वैक्सीन अभी प्री-क्लिनिकल ट्रायल में हैं।
बता दें कि भारत में जायडस कैडिला की ZyCoV-D नामक स्वदेशी वैक्सीन, रूस की स्पूतनिक-V, अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स की कोवावैक्स, हैदराबाद स्थित फार्मा कंपनी बायोलॉजिकल ई और पुणे स्थित जिनोवा कंपनी आदि की वैक्सीन्स का इंसानी ट्रायल चल रहा है।
डाटा
वैक्सीनेशन अभियान की क्या स्थिति?
देश में चल रहे दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन अभियान की बात करें तो अब तक वैक्सीन की 6,11,13,354 खुराकें लगाई जा चुकी हैं। बीते दिन 5,82,919 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 1 अप्रैल से वैक्सीनेशन अभियान का अगला चरण शुरू होगा।
कोरोना वायरस
देश में महामारी की क्या स्थिति?
भारत में बीते दिन कोरोना वायरस से संक्रमण के 56,211 नए मामले सामने आए और 271 मरीजों की मौत हुई।
इसी के साथ देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,20,95,855 हो गई है। इनमें से 1,62,114 लोगों को इस खतरनाक वायरस के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी है। सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर तेजी से बढ़कर 5,40,720 हो गई है।
अमेरिका और ब्राजील के बाद भारत संक्रमितों की संख्या के लिहाज से दुनिया का तीसरा सर्वाधिक प्रभावित देश है।