
भाजपा नेताओं के विवादित बयानों पर बढ़ती जा रही नाराजगी, 15 देशों ने दर्ज कराया विरोध
क्या है खबर?
पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा नेताओं की विवादित टिप्पणियों से शुरू हुआ विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है।
भाजपा ने भले ही अपने नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर और बयान जारी कर मामले को शांत करने की कोशिश की है, लेकिन यह थमता नहीं दिख रहा।
अब तक पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर 15 देश नाराजगी जाहिर करते हुए निंदा कर चुके हैं। इसे लेकर भारत सरकार बचाव की मुद्रा में आ चुकी है।
पृष्ठभूमि
कहां से शुरु हुआ मामला?
विवाद की शुरूआत 27 मई को एक टीवी डिबेट के दौरान नुपुर शर्मा के बयान से हुई। इसमें नुपुर ने पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद नवीन कुमार जिंदल ने भी सोशल मीडिया पर विवादित टिप्पणी पोस्ट की थी।
ये टिप्पणियां सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं और अरब देशों में सोशल मीडिया पर सबसे बड़ा मुद्दा बन गया।
विवाद के बाद कार्रवाई करते हुए भाजपा ने नुपुर और जिंदल को पार्टी से निलंबित कर दिया।
प्रतिक्रिया
इन देशों ने जताया विरोध
ईरान, इराक, कुवैत, कतर, ओमान, सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात, जॉर्डन, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव, लिबिया और इंडोनेशिया समेत अब तक 15 देश विवादित बयान पर अपना आधिकारिक विरोध दर्ज करवा चुके हैं। कतर ने तो इस विवाद को लेकर भारत सरकार से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है।
कतर के अलावा कुवैत, ईरान और ओमान ने एक कदम आगे जाते हुए भारतीय राजदूतों को तलब कर इन बयानों पर अपनी नाराजगी प्रकट की है।
निंदा
OIC ने भी बयानों की निंदा की
मुस्लिम देशों के अलावा कई इस्लामिक संगठनों ने भी बयान जारी कर नुपुर की टिप्पणी पर कड़ी आपत्ति जताई है।
इस्लाम की सबसे प्रभावशाली संस्थाओं में शामिल अल-अजहर यूनिवर्सिटी ने कहा है कि नुपुर का बयान असली आतंकवाद है और पूरी दुनिया को घातक संकट और युद्धों में ढकेल सकता है।
मुस्लिम वर्ल्ड लीग ने बयान को हिंसा पैदा करने वाला बताया है। 57 मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने भी बयान की निंदा की है।
असर
कुवैत में भारतीय सामानों का बहिष्कार शुरू
भाजपा नेताओं के बयानों पर मुस्लिम देशों में गुस्सा लगातार बढ़ता जा रहा है।
मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया देने के बाद कुवैत में भारतीय उत्पादों का आर्थिक बहिष्कार भी शुरू हो गया है।
यहां एक सुपरमार्केट ने भारतीय चावल, मसालों और मिर्चों को बेचना बंद कर दिया है। सुपरमार्केट को चलाने वाली कंपनी अपने अन्य स्टोर पर भी इसी तरह का कदम उठाने पर विचार कर रही है। कंपनी का कहना है कि पैगंबर का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
जानकारी
विपक्षी पार्टियों ने बढ़ाया दबाव
विदेशों से हो रही आलोचनाओं के बीच विपक्षी पार्टियों ने भी भाजपा पर दोनों नेताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का दबाव बढ़ा दिया है। कांग्रेस समेत कई दलों ने नुपुर शर्मा के खिलाफ कार्रवाई ने होने को लेकर भाजपा की आलोचना की है।
आधिकारिक प्रतिक्रिया
भारत सरकार ने क्या प्रतिक्रिया दी है?
भारत सरकार इस पूरे विवाद को शांत करने की कोशिश कर रही है।
विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ अपमानजनक ट्वीट और टिप्पणी किसी भी तरह से सरकार के विचार नहीं दर्शाती हैं।
कतर में भारत के राजदूत दीपक मित्तल ने भी ऐसा ही बयान जारी किया है और विवादित बयान को हाशिए पर पड़े तत्वों के विचार बताया है।
भाजपा ने भी सभी धर्मों का सम्मान करने की बात कही है।