आयात कर में कटौती के लिए टेस्ला को खरीदने होंगे 3,752 करोड़ के स्थानीय पुर्जे- रिपोर्ट
क्या है खबर?
साल 2019 में टेस्ला कारों की भारत में लॉन्चिंग की बात कही गई थी, लेकिन अब तक इसके कोई आसार नजर नहीं आ रहे हैं। टेस्ला लगातार सरकार से आयत शुल्क को कम करने की मांग कर रही है।
वहीं, भारत सरकार चाहती है कि कंपनी पहले स्थानीय वेंडरों से खरीद बढ़ाए, उसके बाद ही आयात कर को कम करने पर विचार किया जाएगा। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
दावा
रिपोर्ट में किया गया है यह दावा
रिपोर्ट के अनुसार, भारत सरकार चाहती है कि अगर इलेक्ट्रिक कार प्रमुख टेस्ला देश में आयात कर में कटौती चाहती है तो उसे लगभग 500 मिलियन डॉलर (करीब 3,752 करोड़) रुपये के स्थानीय ऑटो पार्ट्स खरीदने पड़ेंगे।
टेस्ला भारत से ऑटो पार्ट खरीदने का दावा पहले ही कर चुकी है, लेकिन आयात कर में छूट का लाभ उठाने के लिए भारतीय पुर्जो की खरीद में लगभग 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि करनी होगी।
मांग
क्या है टेस्ला की मांग?
टेस्ला भारत में अपनी गाड़ियां कम्पलीट बिल्ड यूनिट (CBU) के रूप में लाना चाहती है। इसके लिए कंपनी आयात कर में कटौती की मांग कर रही है।
कंपनी ने कहा है कि 40,000 अमेरिकी डॉलर से अधिक के कस्टम ड्यूटी वाले जीरो एमिशन वाहनों पर 110 प्रतिशत का आयात शुल्क उचित नहीं है।
इसलिए निर्माता ने सरकार से अनुरोध किया था कि इलेक्ट्रिक कारों पर सीमा शुल्क टैरिफ और सोशल वेल्फेयर चार्ज को कम किया जाए।
जानकारी
CBU टेस्ला कारों की कीमत होगी ज्यादा
भारत में कुल चार पहिया वाहनों की बिक्री में इलेक्ट्रिक गाड़ियों का योगदान केवल 1 प्रतिशत ही है। ऐसे में एलन मस्क शुरुआत में आयातित कारें भारत में बेचना चाहते हैं, लेकिन आयात कर के कारण CBU टेस्ला कारों की कीमत काफी अधिक होगी।
बता दें कि आयातित गाड़ियों पर भारत में 100 प्रतिशत तक ड्यूटी लगती है। हालांकि, भारत में असेंबली के लिए पार्ट्स आयात करने पर 15 से 30 प्रतिशत ड्यूटी लगती है।
जानकारी
टेस्ला की मांग को खारिज कर चुकी है सरकार
सरकार ने आयात शुल्क कम करने से पहले टेस्ला के सामने विनिर्माण योजनाओं को साझा करने की शर्त रखी थी, लेकिन टेस्ला की तरफ से निर्माण योजनाओं की कोई जानकारी नहीं दी गई और इस वजह से सरकार टेस्ला की आयात शुल्क कम करने की मांग को खारिज कर चुकी है।
आपको बता दें कि ऐसी कई कंपनियां हैं जो इसी आयात शुल्क के साथ भारत में अपने वाहन बेच रहीं है और करोड़ों निवेश भी कर रही हैं।
निवेश
टेस्ला ने निवेश का किया है वादा
टेस्ला ने दावा किया कि उसने भारत से वाहनों से संबंधित सामान के लिए अब तक 100 मिलियन डॉलर (लगभग 7.4 अरब रुपये) की खरीदारी की है और सुझाव दिया है कि किसी भी टैक्स रियायत के बाद यह आंकड़ा और बढ़ेगा।
इसके अलावा रिपोर्ट्स से पता चलता है कि टेस्ला इंस्ट्रूमेंट पैनल, विंडशील्ड, गियर, पावर सीट और डिफरेंशियल जैसे जरूरी उपकरणों के लिए कम से कम तीन भारतीय सप्लायर के साथ भी बातचीत कर रही है।