इस्लामिक देशों के संगठन ने जाहिर की मुस्लिमों की स्थिति पर चिंता, भारत की कड़ी प्रतिक्रिया
भारत ने देश में मुस्लिमों के खिलाफ भड़काऊ भाषणों पर इस्लामिक देशों के एक संगठन के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे भारत के आंतरिक मसलों में दखल बताया है। इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) ने अपने बयान में कहा था कि भारत में मुस्लिमों के नरसंहार का आह्वान किया जा रहा है। इसके जवाब में भारत ने कहा कि OIC ने ये बयान देकर अपनी ही साख को ठेस पहुंचाई है।
OIC ने क्या कहा था?
उत्तराखंड के हरिद्वार में हुई धर्म संसद का उदाहरण देते हुए OIC ने अपने बयान में हिंदुत्व के समर्थकों द्वारा मुस्लिमों के नरसंहार के सार्वजनिक आह्वानों पर चिंता व्यक्त की थी। अपने बयान में OIC ने कर्नाटक में मुस्लिम छात्राओं के हिजाब को लेकर चल रहे विवाद का भी जिक्र किया और संयुक्त राष्ट्र (UN) से भारत में मुस्लिमों के मानवाधिकारों के उल्लंघन के मामलों पर कदम उठाने की अपील की।
OIC ने भारत से भी की मुस्लिमों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील
OIC ने भारत से भी अपील करते हुए कहा था कि वह मुस्लिम समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करे और मुसलमानों की जीवनशैली की भी रक्षा करे। उसने मुसलमानों के खिलाफ हिंसा और नफरत फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की थी।
भारत ने क्या प्रतिक्रिया दी?
OIC के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, "हमने भारत से संबंधित मामलों पर OIC के महासचिवालय के एक और प्रेरित और भ्रामक बयान का संज्ञान लिया है। भारत में मुद्दे हमारे संवैधानिक ढांचे और तंत्र के साथ-साथ लोकतांत्रिक लोकाचार और राजनीति के हिसाब से सुलझाए जाते हैं। OIC सचिवालय की सांप्रदायिक सोच इन वास्तविकताओं को ध्यान में नहीं लेती।"
भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा के लिए निहित स्वार्थों ने किया OIC को हाइजैक- बागची
बागची ने अपने बयान में आगे कहा कि भारत के खिलाफ अपने नापाक प्रोपगैंडा को बढ़ावा देने के लिए निहित स्वार्थों ने OIC को हाइजैक कर रखा है। उन्होंने कहा कि इस बयान से OIC ने अपनी ही साख को ठेस पहुंचाई है।
कश्मीर के मामले में भी दखल दे चुका है OIC
बता दें कि ये पहली बार नहीं है जब OIC ने ऐसा बयान दिया है जो भारत के गले नहीं उतरा। इससे पहले पिछले साल उसने कश्मीर को लेकर भी बयान जारी किया था और कहा था कि वहां के लोगों के अधिकारों की रक्षा होनी चाहिए। इसके जवाब में भारत ने कहा था कि OIC कश्मीर की सच्चाई नहीं जानता और इसलिए किसी खास देश को अपने मंच का दुरुपयोग न करने दे।
क्या है OIC?
OIC, 57 देशों का एक वैश्विक संगठन है और इसके सारे सदस्य मुस्लिम बहुल देश हैं। संगठन की स्थापना 1969 में हुई थी और यह खुद को 'मुस्लिम समाज की सामूहिक आवाज' के तौर पर परिभाषित करता है। संगठन के माध्यम से इस्लामी देश मुस्लिम समुदाय से जुड़े राजनीतिक, सामाजिक और आर्थिक मुद्दों पर विचार-विमर्श करते हैं। संयुक्त राष्ट्र (UN) के बाद यह दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अंतर-सरकारी संगठन है। पाकिस्तान भी इसमें शामिल है।