पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान: सऊदी अरब ने भी जताई आपत्ति, भारत का OIC पर पलटवार

पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा के विवादित बयान पर आपत्ति जताने वाले देशों में सऊदी अरब भी शामिल हो गया है। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने नुपुर के बयान की निंदा करते हुए सभी धर्मों का सम्मान करने की बात कही है। उसने नुपुर के खिलाफ भाजपा की कार्रवाई का भी स्वागत किया है। दूसरी तरफ भारत सरकार ने मामले पर इस्लामी सहयोग संगठन (OIC) के बयान को गैरजरूरी और संकीर्ण सोच वाला बताया है।
भाजपा प्रवक्ता नुपुर शर्मा ने 27 मई को एक टीवी चैनल पर ज्ञानवापी मस्जिद के मुद्दे पर बहस के दौरान पैंगबर मोहम्मद पर विवादित टिप्पणी की थी। उनकी यह टिप्पणी जल्द ही सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और अरब देशों में यह सोशल मीडिया पर सबसे बड़ा मुद्दा बन गया। वहां कई दिन तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्रेंड चला। मामले में कार्रवाई करते हुए भाजपा ने शर्मा को पार्टी से निलंबित कर दिया है।
अभी तक मामले में कतर, कुवैत और ईरान भारत के राजदूतों को तलब कर चुके हैं और अब सऊदी अरब ने भी इस पर आपत्ति जताई है। सऊदी के विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा, 'विदेश मंत्रालय भारतीय जनता पार्टी की प्रवक्ता के पैगंबर मोहम्मद का अपमान करने वाले बयानों की निंदा करता है और इस्लाम धर्म के प्रतीकों के खिलाफ पूर्वाग्रह की अपनी स्थायी अस्वीकृति की पुष्टि करता है।'
सऊदी विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में नुपुर शर्मा को निलंबित करने के भाजपा के कदम का स्वागत किया है और सभी धर्मों और विश्वासों का सम्मान करने की सऊदी अरब की नीति को दोहराया है। सऊदी अरब की सरकार के अलावा हरमाइन जनरल प्रेसिडेंसी और मक्का और मदीना की मस्जिदों की जनरल प्रेसिडेंसी ने भी बयान जारी कर नुपुर के बयान की निंदा की है। हरमाइन प्रेसिडेंसी ने कहा है कि ऐसे बयान सभी धर्मों का अपमान करते हैं।
57 इस्लामिक देशों के संगठन OIC ने भी नुपुर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे भारत में इस्लाम के प्रति बढ़ते भेदभाव और दुर्व्यवहार और मुस्लिमों के खिलाफ व्यवस्थित अभियानों का प्रतीक बताया है। भारत सरकार ने OIC के इस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि भारत OIC की इस गैरजरूरी और संकीर्ण सोच वाली टिप्पणी का खारिज करता है और सरकार सभी धर्मों का सम्मान करती है।
बता दें कि मामले पर विवाद होने के बाद नुपुर ने अपने शब्द वापस ले लिए हैं। रविवार को ट्वीट करते हुए उन्होंने कहा था कि उनके सामने रोजाना टीवी डिबेट में उनके आराध्य शिवजी का अपमान किया जा रहा था और वह इससे रोष में आ गई और खुद को रोक नहीं पाई। उन्होंने कहा कि अगर उनके शब्दों से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंची तो वह अपने शब्द वापस लेती हैं।