उत्तर प्रदेश में जहरीली शराब पीने से 10 की मौत, जानिये पहले कब-कब हुईं ऐसी घटनाएं
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के बाराबंकी जिले में जहरीली शराब पीने से 10 लोगों की मौत हो गई है। सोमवार को इस घटना में कई लोग घायल हुए हैं, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मामले का संज्ञान लेेते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जांच और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं।
पुलिस ने बताया कि इन लोगों ने रामनगर की एक दुकान से शराब खरीदी थी, जिसे पीने के बाद कई लोगों की जान चली गई।
कार्रवाई
आबकारी विभाग के 10 कर्मचारी सस्पेंड
इस मामले में आबकारी विभाग के 10 कर्मचारियों को सस्पेंड कर दिया गया है। आरोपियों को पकड़ने के लिए तीन टीमों का गठन किया गया है और दुकान को सील कर दिया गया है।
आबकारी मंत्री ने कहा कि यह बेहद दुखद घटना है। उन्होंने बताया कि इस मामले में जिला आबकारी अधिकारी, इंस्पेक्टर, तीन हेड कॉन्सटेबल और 5 अन्य सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है।
उन्होंने बताया कि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को घटनास्थल पर भेजा गया है।
जानकारी
पहले भी हुई हैं ऐसी घटनाएं
यह पहली बार नहीं था जब जहरीली शराब ने इतने लोगों की जानें ली हैं। इससे पहले देश के अलग-अलग हिस्सों से ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं। आइये डालते हैं ऐसी ही घटनाओं पर एक नजर।
2019
असम में गई थी सैंकड़ों लोगों की जानें
इसी साल फरवरी में असम में जहरीली शराब पीने से 134 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी और 300 से ज्यादा लोग बीमार हो गए थे।
इस घटना की शुरुआत गोलाघाट जिले के हलमीरा चाय उद्यान से हुई थी। अगले कुछ दिनों में आसपास के इलाकों से ऐसी घटनाएं सामने आने लगी।
माना जा रहा है कि शराब तैयार करने के लिए इसमें मेथेनॉल मिलाया गया था, जिस वजह से लोगों की जानें गई।
2009
गुजरात में गई थी 136 लोगों की जान
साल 2009 में अहमदाबाद में जहरीली शराब 136 लोगों की मौत का कारण बनी थी।
यह घटना इतनी बड़ी थी कि बीमार लोगों के इलाज के लिए राज्य के दूसरे जिलों से डॉक्टरों को अहमबाद भेजा गया था।
इस घटना के बाद लोगों ने तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी का इस्तीफा मांगा था।
पुलिस ने इस घटना के बाद राज्यभर में 8,000 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की और लगभग 6,000 लोगों को हिरासत में लिया था।
2011
पश्चिम बंगाल में 172 लोगों की मौत
पश्चिम बंगाल के संग्रामपुर में 2011 में जहरीली शराब ने 172 लोगों की जान ले ली थी।
जांच में सामने आया कि शराब में मेथेनॉल मिली हुई थी, जिस वजह से लोगों की जानें गईं।
इस घटना के बाद लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखा गया था और उन्होंने शराब बनाने वाली कई यूनिट्स में तोड़फोड़ की।
राज्य सरकार ने मृतकों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा दिया था। इस मामले में चार लोगों को उम्रकैद की सजा हुई थी।
2015
मुंबई में जहरीली शराब का शिकार हुए थे 102 लोग
जून, 2015 में मुंबई की मालवानी की झुग्गियों में शराब पीने से 102 लोग मौत के मुंह में समा गए थे।
इसकी जांच में पता चला कि मृतकों ने शराब के नाम पर पानी में घोली गई मेथेनॉल पी ली थी।
इस मामले में मुंबई पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया था। लापरवाही बरतने के आरोप में कई सरकारी अधिकारियों को भी सस्पेंड किया गया था।
सरकार ने मृतकों के परिजनों को 1-1 लाख रुपये का मुआवजा दिया था।