ममता बनर्जी ने पुलवामा हमले के समय पर उठाया सवाल- चुनाव से पहले क्यों हुआ हमला
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF जवानों पर हुए हमले के बाद देश आतंकवाद के खिलाफ एकजुट खड़ा है।
हर मुद्दे पर एक-दूसरे की खिलाफत करने वाले राजनीतिक दल भी इस बार जिम्मेदारी भरा रवैया दिखा रहे हैं।
विपक्ष सरकार और सेना के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है। लेकिन ममता बनर्जी ने हमले के समय पर सवाल उठाते हुए कहा कि आखिर लोकसभा चुनाव से पहले ही हमले क्यों हुए।
उनका यह बयान राजनीतिक विवाद खड़ा कर सकता है।
सवाल
'5 साल में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की'
पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार पर बेहद हमलावर रहने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में अपनी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "मुझे शक है कि पुलवामा हमला चुनावों से ठीक पहले ही क्यों हुआ?"
ममता ने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा, "इतने सालों में सरकार ने पाकिस्तानियों को रोकने के लिए कुछ क्यों नहीं किया? अब जब चुनाव सिर पर है, तब वो वह युद्ध छेड़ने की बात कर रहे हैं।"
पश्चिम बंगाल
राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने की कोशिश
ममता ने केंद्र सरकार से यह भी सवाल किया कि क्यों उसने खुफिया रिपोर्टों को नजरअंदाज किया और CRPF के काफिले को हमले वाली जगह से निकलने दिया।
उन्होंने आगे कहा कि दक्षिणपंथी संगठन इस घटना का इस्तेमाल राज्य में सांप्रदायिक तनाव पैदा करने के लिए कर रहे हैं और उन्होंने पुलिस को ऐसी किसी भी स्थिति से सख्त तरीके से निपटने का निर्देश जारी किया है।
उन्होंने लोगों से असामाजिक तत्वों के उकसावे में ना आने की अपील की।
ममता बनर्जी
भाजपा और संघ पर आरोप
ममता ने कहा, "मोदी और शाह भाषण देकर देश को यह बताने की कोशिश कर रहे हैं कि क्यों केवल वही राष्ट्रभक्त हैं और बाकी नहीं। यह सच नहीं है। भाजपा, संघ और विश्व हिंदू परिषद इस मौके का फायदा राज्य में सांप्रदायिक तनाव फैलाने के लिए कर रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मैं पिछले 5 दिन से चुप रही, लेकिन अब मुझे बोलने को मजबूर किया जा रहा है क्योंकि मैं तनाव फैलाने की कोशिशों को देख सकती हूं।"