
ओमिक्रॉन: कर्नाटक और दिल्ली में नाइट कर्फ्यू का ऐलान, नए साल के कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध
क्या है खबर?
ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच कर्नाटक सरकार ने राज्य में 10 दिन के नाइट कर्फ्यू का ऐलान किया है। ये कर्फ्यू 28 दिसंबर से शुरू होगा और रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक रहेगा।
इसके अलावा सरकार ने नए साल के कार्यक्रमों पर प्रतिबंध का ऐलान भी किया है।
राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के सुधाकर ने बैठक के बाद ये ऐलान किया।
कर्नाटक के बाद दिल्ली सरकार ने भी नाइट कर्फ्यू का ऐलान कर दिया है।
बयान
शुरूआत में 10 दिन के लिए लगाया जा रहा नाइट कर्फ्यू- सुधाकर
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के नेतृत्व में हुई बैठक के बाद इसमें लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए सुधाकर ने कहा, "हम 28 दिसंबर से शुरूआत में 10 दिन के लिए नाइट कर्फ्यू लगाकर देखेंगे। धारा 144 लागू कर रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू लागू रहेगा।"
उन्होंने कहा कि नए साल के कार्यक्रमों पर भी प्रतिबंध लगाया गया है और बाहरी जगहों पर पार्टियों, खासकर DJ और बड़ी भीड़ वाली, पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा।
बयान
50 प्रतिशत क्षमता के साथ ही काम कर सकेंगे रेस्टोरेंट्स और होटल
सुधाकर ने रेस्टोरेंट्स, होटल, पब और बार आदि पर पाबंदियों का ऐलान भी किया। उन्होंने कहा कि इन सभी जगहों पर क्षमता के 50 प्रतिशत लोग ही इकट्ठे हो सकेंगे। सरकार राज्य की राजधानी बेंगलुरू में इस तरह की पाबंदियां पहले ही लगा चुकी है।
अन्य राज्य
इन राज्यों में भी लगाया गया है नाइट कर्फ्यू
बता दें कि कर्नाटक से पहले अन्य कई राज्यों में भी नाइट कर्फ्यू जैसी पाबंदियां लगाई जा चुकी हैं।
मध्य प्रदेश में रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक का नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। उत्तर प्रदेश में भी इन्हीं सात घंटों के लिए नाइट कर्फ्यू लगाया गया है।
हरियाणा और महाराष्ट्र अन्य वो राज्य हैं जहां नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। गुजरात के आठ शहरों में भी नाइट कर्फ्यू लगाया गया है।
जानकारी
दिल्ली में भी लगा नाइट कर्फ्यू
राजधानी दिल्ली में भी केजरीवाल सरकार ने नाइट कर्फ्यू लगाने का ऐलान किया है जो 27 दिसंबर (सोमवार) से शुरू होगा और रात 11 से सुबह 5 बजे तक प्रभावी रहेगा। सरकार क्रिसमस और नए साल के जश्न पर प्रतिबंध पहले ही लगा चुकी है।
पाबंदियां
केंद्र ने राज्यों को दिया है जिलास्तर पर पाबंदियां लगाने का निर्देश
गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने भी ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए राज्यों से स्थानीय परिस्थितियों का ध्यान रखते हुए जिलास्तर पर ही पाबंदियां लगाने, सभी जिलों पर कड़ी निगरानी रखने और स्थानीय डाटा का लगातार विश्लेषण करते रहने को कहा है।
राज्यों को किसी भी जिले में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक जाने या ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 40 प्रतिशत से अधिक बेड भरने पर जिलास्तरीय पाबंदियां लगाने का निर्देश दिया गया है।
ओमिक्रॉन
भारत में ओमिक्रॉन के कितने मामले?
भारत में अभी तक ओमिक्रॉन के 431 लोगों को ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया जा चुका है।
महाराष्ट्र में सबसे अधिक 108 मामले सामने आए हैं, वहीं 79 मामलों के साथ दिल्ली दूसरे स्थान पर है।
तेलंगाना में 41, केरल में 38, तमिलनाडु में 34, कर्नाटक में 31, मध्य प्रदेश में आठ, बंगाल में छह, हरियाणा, ओडिशा और आंध्र प्रदेश में चार-चार, जम्मू-कश्मीर में तीन, उत्तर प्रदेश में दो और लद्दाख, चंडीगढ़ और हिमाचल में एक-एक मामला सामने आया है।