मुंबई: फाइजर वैक्सीन की तीन खुराक ले चुके अमेरिका से लौटे व्यक्ति में मिला ओमिक्रॉन
मुंबई में अमेरिका से लौटे एक ऐसे व्यक्ति को ओमिक्रॉन वेरिएंट से संक्रमित पाया गया है, जिसे फाइजर वैक्सीन की तीनों खुराकें लग चुकी हैं। इस मामले की जानकारी देते हुए मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने बताया कि 29 वर्षीय व्यक्ति 9 नवंबर को हवाई अड्डे पर टेस्टिंग के दौरान कोरोना संक्रमित पाया गया था। दूसरे टेस्ट में भी वह संक्रमित पाया गया, जिसके बाद उसका सैंपल जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए भेजा गया था। इसमें ओमिक्रॉन की पुष्टि हुई है।
संक्रमित व्यक्ति में नहीं था कोई लक्षण
BMC ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति को अमेरिकी में कॉमिर्नेटी ब्रांड नाम के तहत बेची जा रही फाइजर कोरोना वैक्सीन की तीन खुराकें लग चुकी थीं। हालांकि, उसमें महामारी का कोई लक्षण नजर नहीं आ रहा था और केवल टेस्टिंग के बाद ही उसमें संक्रमण की पुष्टि हुई। बयान में कहा गया है कि संक्रमित मरीज को ऐहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था और उसके संपर्क में आया कोई अन्य व्यक्ति संक्रमित नहीं पाया गया है।
ओमिक्रॉन के खिलाफ कितनी सुरक्षा देती है फाइजर वैक्सीन?
शुरुआती अध्ययन में सामने आया है कि फाइजर वैक्सीन की दो खुराकें ओमिक्रॉन वेरिएंट के खिलाफ कम प्रभावी है। हालांकि, इसी महीने कंपनी ने दावा किया था कि उसकी वैक्सीन की तीन खुराकें नए वेरिएंट के खिलाफ पर्याप्त सुरक्षा दे सकती है।
मुंबई में ओमिक्रॉन के 15 मामले
मुंबई में अब तक ओमिक्रॉन वेरिएंट के 15 मामले सामने आ चुके हैं। इनमें से 13 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। BMC ने बताया कि इन 15 में से किसी भी मरीज में संक्रमण के गंभीर लक्षण देखने को नहीं मिले थे। वहीं पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो अभी तक 40 लोगों में ओमिक्रॉन वेरिएंट की पुष्टि हो चुकी है। इनमें से सबसे ज्यादा 18 मामले पुणे जिले में पाए गए हैं।
देश में 100 से अधिक लोग ओमिक्रॉन से संक्रमित
बेहद संक्रामक माने जा रहे ओमिक्रॉन वेरिएंट के भारत में कुल 101 मामले सामने आ चुके हैं। इसे लेकर केंद्र सरकार ने शुक्रवार को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि यदि भारत में यूनाइटेड किंगडम (UK) और फ्रांस की तहर प्रकोप फैलता है तो प्रतिदिन 13-14 लाख नए मामले सामने आएंगे और वह बेहद गंभीर स्थिति होगी। सरकार ने लोगों से गैर-जरूरी यात्रा से बचने और कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने की अपील की है।
खतरनाक क्यों माना जा रहा ओमिक्रॉन?
पहली बार दक्षिण अफ्रीका में पकड़ में आए ओमिक्रॉन वेरिएंट का वैज्ञानिक नाम B.1.1.529 है और इसकी स्पाइक प्रोटीन में 32 म्यूटेशन हैं। विशेषज्ञों का कहना है यह वेरिएंट वायरस के अन्य वेरिएंट्स की तुलना में अधिक संक्रामक और खतरनाक हो सकता है। इसके वैक्सीनों को चकमा देने की आशंका भी लगाई जा रही है। WHO ने इसे 'वेरिएंट ऑफ कंसर्न' करार दिया है और इस ऐलान के बाद कई देश यात्रा प्रतिबंध लागू कर चुके है।