कर्नाटक: मैसूर में MBA छात्रा के साथ गैंगरेप, कई घंटे बाद भी पकड़ से बाहर आरोपी
क्या है खबर?
कर्नाटक के मैसूर में एक 23 वर्षीय MBA छात्रा के साथ गैंगरेप के मामला सामने आया है।
पीड़िता मंगलवार रात को अपने दोस्त के साथ एक पर्यटन स्थल से लौट रही थी, तभी रास्ते में पड़ने वाले जंगल में चार-पांच अज्ञात लोगों ने उसके साथ हैवानियत की।
विरोध करने पर आरोपियों ने पीड़िता के दोस्त के साथ मारपीट भी की।
पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है और अभी तक वह बयान नहीं दे पाई है।
जानकारी
अब तक नहीं हो पाई आरोपियों की गिरफ्तारी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पीड़ित छात्रा कर्नाटक के बाहर की रहने वाली है और मैसूर में पढ़ाई कर रही है।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि चार-पांच लोग इस घटना में शामिल है। फिलहाल पुलिस ने पीड़िता के दोस्त का बयान लेकर जांच शुरू की है।
पुलिस की कई टीमें आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है।
घटना
शराब के नशे में थे आरोपी- अधिकारी
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपी शराब के नशे में थे, तभी उन्होंने चमुंडी पहाड़ी पर इस युगल को देखा। शुरुआत में उन्होंने युगल से लूटपाट करनी चाहिए, लेकिन बाद में वो पीड़िता को दूसरी जगह ले गए और उसका यौन उत्पीड़न किया। पीड़िता को मैसूर के अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उन्होंने बताया कि अलानाहल्ली पुलिस थाने में मामला दर्ज किया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं।
बयान
पुलिस ने गठित की विशेष टीमें- कमिश्नर
इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मैसूर के पुलिस कमिश्नर चंद्रगुप्त ने कहा, "ये मामले बहुत संवेदनशील होते हैं। हम ज्यादा जानकारी नहीं दे सकते। पीड़िता का बयान मिलने के बाद घटना के बारे में जानकारी मिलेगी। उसके दोस्त के बयान के आधार पर हमने FIR दर्ज की है।"
उन्होंने आगे कहा, "हमने जांच के लिए विशेष टीमें गठित की है और सभी एंगल से इसकी जांच चल रही है। हम इसकी गहनता से जांच करना चाहते हैं।"
जानकारी
मुख्यमंत्री ने दिए आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने भी पुलिस महानिदेशक (DGP) को आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द से जल्द आरोपियों की पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
प्रतिक्रिया
सरकार का इस मामले पर क्या कहना है?
कर्नाटक के गृह मंत्री अराज्ञा ज्ञानेंद्र ने कहा, "वो दोनों छात्र हैं। मंगलवार शाम करीब 7:30 बजे वो जंगल के इलाके में गए थे। उनका पीछा कर रहे कुछ लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया है। रात करीब 1:30 बजे उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। सुबह FIR दर्ज हुई है और जांच चल रही है। मैंने पुलिस को इस मामले में कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं और ADGP को मैसूर भेजा है।"