केंद्र ने राज्यों से कहा- ओमिक्रॉन वेरिएंट डेल्टा से तीन गुना अधिक संक्रामक, कड़ी पाबंदियां लगाएं
क्या है खबर?
केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को पत्र लिख कोरोना वायरस के नए ओमिक्रॉन वेरिएंट को डेल्टा वेरिएंट से कम से कम तीन गुना अधिक संक्रामक बताया है और उन्हें इसका प्रसार रोकने के लिए कड़े कदम उठाने का निर्देश दिया है।
केंद्र ने जो कदम उठाने की सलाह दी है, उनमें अधिक पॉजिटिविटी रेट वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू और बड़ी सभाओं पर पाबंदी आदि शामिल हैं। राज्यों को कोविड वॉर रूम्स शुरू करने को भी कहा गया है।
निर्देश
राज्यों को जिलास्तर पर ही पाबंदियां लगाने का निर्देश
राज्यों को लिखे अपने पत्र में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने उनसे स्थानीय परिस्थितियों का ध्यान रखते हुए जिलास्तर पर ही पाबंदियां लगाने को कहा है।
उनसे सभी जिलों पर कड़ी निगरानी रखने और स्थानीय डाटा का लगातार विश्लेषण करते रहने को भी कहा गया है।
राज्यों को किसी भी जिले में पॉजिटिविटी रेट 10 प्रतिशत से अधिक जाने या ऑक्सीजन सपोर्ट वाले 40 प्रतिशत से अधिक बेड भरने पर जिलास्तरीय पाबंदियां लगाने का निर्देश भी दिया गया है।
सलाह
सरकार ने दी नाइट कर्फ्यू समेत ये पाबंदियां लगाने की सलाह
केंद्र ने जो पाबंदियां लगाने की सलाह दी है, उनमें नाइट कर्फ्यू, बड़ी सभाओं पर कड़ी पाबंदी और शादी, अंत्येष्टि, दफ्तरों, उद्योगों और सार्वजनिक परिवहन में लोगों की संख्या घटाना आदि शामिल हैं।
नए क्लस्टर सामने आने पर तत्काल कंटेनमेंट जोन बनाने और गाइडलाइंस के मुताबिक उनके आसपास कड़ा नियंत्रण रखने की सलाह भी दी गई है। क्लस्टर्स के सभी पॉजिटिव सैंपल्स को जिनोम सीक्वेंसिंग के लिए INSACOG की लैब्स को भेजने को भी कहा गया है।
निर्देश
घर-घर जाकर टेस्टिंग और होम आइसोलेशन को कड़ाई से लागू करने का भी निर्देश
केंद्र ने राज्यों से हर जिले में घर-घर जाकर मामले ढूढ़ने, सांस संबंधी या इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों से पीड़ित और अधिक जोखिम वाले सभी लोगों का टेस्ट करने, कुल टेस्ट्स में RT-PCR टेस्ट्स का उचित अनुपात सुनिश्चित करने और पॉजिटिव लोगों के संपर्क में आए सभी लोगों को ट्रेस करने को भी कहा है।
मंत्रालय ने होम आइसोलेशन के नियमों को कड़ाई से लागू करने का निर्देश भी दिया है ताकि वायरस अन्य लोगों तक न पहुंचे।
वैक्सीनेशन
राज्यों को 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने की भी सलाह
राज्यों को वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने और 100 प्रतिशत वैक्सीनेशन सुनिश्चित करने को भी कहा गया है। उन जिलों पर खास ध्यान देने का निर्देश है जहां पहली और दूसरी खुराक की कवरेज राष्ट्रीय औसत से कम है। वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने के लिए घर-घर जाकर वैक्सीनेशन करने की सलाह भी दी गई है।
इसके अलावा बेड, एंबुलेंस, ऑक्सीजन उपकरण और दवा समेत मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के लिए आपातकालीन फंड का इस्तेमाल करने को भी कहा गया है।
ओमिक्रॉन के मामले
देश में ओमिक्रॉन के कितने मामले?
देश में अभी तक ओमिक्रॉन के 213 मामले सामने आ चुके हैं और रोजाना इनकी संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है।
दिल्ली में सबसे अधिक 57 मामले सामने आए हैं, वहीं 54 मामलों के साथ महाराष्ट्र दूसरे स्थान पर है।
तेलंगाना में 24, कर्नाटक में 19, राजस्थान में 18, केरल में 15, गुजरात में 14, जम्मू-कश्मीर में तीन, उत्तर प्रदेश और ओडिशा में दो-दो और आंध्र प्रदेश, चंडीगढ़, तमिलनाडु और पश्चिम बंगाल में एक-एक मामला सामने आया है।