UPSC परीक्षा से जुड़े ये मिथक उम्मीदवारों में बढ़ाते हैं तनाव, जानिए इनकी सच्चाई
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) हर साल सिविल सेवा परीक्षा आयोजित करता है। इस परीक्षा में लाखों की संख्या में छात्र भाग लेते हैं। UPSC की परीक्षा को लेकर समाज और सोशल मीडिया में बहुत सारे मिथक मौजूद हैं। इन अनावश्यक मिथकों से उम्मीदवारों में तनाव बढ़ता है और वह तैयारी शुरू करने से पहले ही घबरा जाते हैं। इस लेख में हम आपको सिविल सेवा परीक्षा से जुड़े ऐसे ही कुछ मिथक और उनकी सच्चाई बताने जा रहे हैं।
टॉपर्स ही परीक्षा पास कर सकते हैं
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा को लेकर अधिकतर लोगों का मानना है कि केवल टॉपर्स ही परीक्षा में सफल हो सकते हैं, जबकि ऐसा कहना गलत है। IAS टॉपर्स की सूची पर नजर डालें तो कई टॉपर्स 12वीं तक की पढ़ाई में औसत या कमजोर छात्र रहे थे। इस परीक्षा में पिछला शैक्षणिक प्रदर्शन मायने नहीं रखता। परीक्षार्थी की सफलता इस बात निर्भर करती है कि उसने परीक्षा के लिए किस तरह की रणनीति बनाकर पढ़ाई की।
उम्मीदवारों को सारे तथ्य याद होने चाहिए
UPSC की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को सब कुछ पता होना चाहिए और सारे तथ्य याद होने चाहिए। यह मिथक उम्मीदवारों में तनाव पैदा करता है। UPSC का पाठ्यक्रम बड़ा है और सभी तथ्यों को याद करना संभव नहीं है। सभी तथ्यों को याद करने की जगह वैचारिक स्पष्टता के साथ-साथ विश्लेषणात्मक क्षमताओं के विकास पर ध्यान देना चाहिए। IAS उम्मीदवारों को हर विषय के प्रति जागरुक होना चाहिए और उन्हें करेंट अफेयर्स की जानकारी होनी चाहिए।
बिना कोचिंग के सफल नहीं होंगे
UPSC की परीक्षा को पास करने के लिए कोचिंग करने की आवश्यकता नहीं है। इंटरनेट के जमाने में सब कुछ एक क्लिक पर उपलब्ध हैं। इंटरनेट के अलावा आप करेंट अफेयर्स पत्रिकाओं, नोट्स और यूट्यूब चैनलों के माध्यम से भी पढ़ाई कर सकते हैं।
एक दिन में 16 घंटे पढ़ाई करनी चाहिए
IAS की तैयारी से जुड़ा एक मिथक यह भी है कि उम्मीदवारों को एक दिन में 16 घंटे पढ़ाई करनी चाहिए। ऐसा कहना गलत है। घंटों की संख्या व्यक्ति पर निर्भर करती है। कुछ उम्मीदवार 14 घंटे तक पढ़ाई कर लेते हैं तो कुछ 6 घंटे ही पढ़ाई कर पाते हैं। अध्ययन के घंटों की संख्या पर ध्यान देने की बजाय रोजाना अध्ययन पर ध्यान दें। घंटों किताबें लेकर बैठने से परीक्षा में सफलता नहीं मिलती।
अधिक से अधिक किताबें पढ़नी चाहिए
UPSC की परीक्षा के दौरान सबसे जरूरी बात ये है कि उम्मीदवार एक ही विषय के लिए अलग-अलग किताबों का उपयोग न करें। परीक्षा के पाठ्यक्रम के अनुसार पढ़ने के लिए सोर्स निर्धारित कर लें, फिर तैयारी के दौरान इन्हीं का अध्ययन करें। किसी एक विषय पर सर्वेश्रेष्ठ पुस्तकों को ही पढ़ें। विषय की समझ बढ़ाने के लिए शुरुआत में ज्यादा किताबें पढ़ सकते हैं, लेकिन बाद में जानकारियों को संशोधित करते रहें।
हर टॉपिक के नोट्स बनाएं
UPSC परीक्षा की तैयारी के दौरान हर टॉपिक के नोट्स बनाना जरूरी नहीं है। कुछ विषयों को सीधे पत्रिकाओं या किताबों से ही पढ़ा जा सकता है। इससे समय बचता है। हर किताब को 3-4 बार पढ़ें, फिर जानकारियों संशोधित कर नोट्स बनाएं।
दिल्ली जाना है जरूरी
IAS की तैयारी में जुटे उम्मीदवारों के बीच एक सबसे बड़ा मिथक ये है कि दिल्ली जाने वाले छात्र ही परीक्षा में सफल होते हैं। UPSC परीक्षा के परिणामों को देखें तो कई उम्मीदवार ऐसे भी हैं, जिन्होंने घर में रहकर परीक्षा पास की। परीक्षा पास करने के लिए कहीं जाने की जरूरत नहीं है। जहां निवास हैं, वहीं अच्छा माहौल बनाएं। ईमानदारी से पढ़ाई करें। अच्छी योजना और लगातार मेहनत से आप परीक्षा पास कर सकते हैं।
सोशल मीडिया पूरी तरह बंद कर दें
UPSC उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे सोशल मीडिया का उपयोग पूरी तरह बंद कर दें, लेकिन ये सही नहीं है। अगर उम्मीदवार सोशल मीडिया का सही तरीके से उपयोग करें तो परीक्षा की तैयारी में मदद मिलेगी।