UPSC परीक्षा पास करना चाहते हैं? जानिए तैयारी शुरू करने का सही समय
क्या है खबर?
देश में हर साल लाखों की संख्या में छात्र संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा में भाग लेते हैं। यह परीक्षा तीन चरणों में होती है।
इन चरणों में सफलता के लिए खूब मेहनत करनी होती है। यह परीक्षा बेहद कठिन मानी जाती हैं और इसकी तैयारी में लंबा समय लगता है। ऐसे में सही समय पर तैयारी शुरु करनी चाहिए।
आईए UPSC की तैयारी शुरु करने के सही समय के बारे में जानते हैं।
परीक्षा तैयारी
कब शुरु करें परीक्षा की तैयारी?
UPSC की तैयारी शुरु करने के लिए कोई विशेष उम्र निर्धारित नहीं है। आप स्कूल, कॉलेज में भी इसकी पढ़ाई शुरु कर सकते हैं। नौकरी के बाद भी तैयारी शुरु कर सकते हैं।
छात्रों को सलाह दी जाती है कि जैसे ही वे सिविल सेवाओं में करियर बनाने का निर्णय लेते हैं, वैसे ही तैयारी में जुट जाएं।
अगर आप ग्रेजुएशन के बाद ही परीक्षा देना चाहते हैं तो 12वीं कक्षा के बाद से ही तैयारी शुरु कर सकते हैं।
जानकारी
परीक्षा देने के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता
UPSC की परीक्षा में शामिल होने के लिए उम्मीदवार के पास सरकारी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक की डिग्री होनी चाहिए। स्नातक अंतिम वर्ष में अध्ययनरत या परिणाम का इंतजार कर रहे छात्र भी इस परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
पाठ्यक्रम
परीक्षा के पाठ्यक्रम के हिसाब से शुरू करें तैयारी
UPSC परीक्षा में तीन चरण होते हैं। इनमें प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार शामिल हैं। प्रारंभिक परीक्षा के वर्ग-1 में इतिहास, भूगोल, राजनीतिक विज्ञान, अर्थशास्त्र, करेंट अफेयर्स, साइंस और टेक्नोलॉजी से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं।
वर्ग-2 में गणित, अंग्रेजी, रीजनिंग से जुड़े सवाल होते हैं। मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते हैं। जिसमें अंग्रेजी, भाषा, निबंध, सामान्य अध्ययन और ऑप्शनल विषय के पेपर होते हैं। इन्हें पढ़ने में एक साल का समय तो लग ही जाता है।
परीक्षा आयु
आयु में छूट के अनुसार तय करें तैयारी का समय
UPSC की परीक्षा देने के लिए सामान्य वर्ग की न्यूनतम आयु सीमा 21 साल और अधिकतम आयु सीमा 32 साल निर्धारित है।
अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) के लिए अधिकतम आयु सीमा 37 साल है। अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए आयु सीमा 35 साल निर्धारित है।
आयु सीमा में छूट को लेकर आप परीक्षा की तैयारी शुरु कर सकते हैं। अधिकतम आयु सीमा कम होने से सामान्य वर्ग के विद्यार्थी जल्दी तैयारी शुरु कर देते हैं।
प्रयास
प्रयासों की संख्या पर निर्भर करती है तैयारी
UPSC की परीक्षा में हर प्रयास की गिनती होती है। सामान्य वर्ग छह बार परीक्षा दे सकते हैं। OBC वर्ग के विद्यार्थी नौ बार परीक्षा में शामिल हो सकते हैं।
SC और ST वर्ग निर्धारित आयु सीमा तक असीमित प्रयास दे सकते हैं। पूर्व सैनिक और विकलांग रक्षा सेवा कार्मिक नौ बार परीक्षा दे सकते हैं।
परीक्षा के प्रयासों को देखकर तय कर लें कि आपको कितना समय मिलेगा और तैयारी में जुट जाएं।
आदर्श समय
विशेषज्ञों के मुताबिक आदर्श समय
अधिकतर छात्र 12वीं से ही परीक्षा की तैयारी शुरु कर देते हैं, लेकिन बोर्ड परीक्षा होने के चलते तैयारी में समय नहीं दे पाते।
शिक्षा विशेषज्ञ छात्रों को कॉलेज में पढ़ने के दौरान ही परीक्षा की तैयारी शुरु करने की सलाह देते हैं। कॉलेज में दबाव कम होने के कारण पढ़ने का सही समय मिल जाता है।
कॉलेज में प्राप्त अनुभव तैयारी को मजबूती प्रदान करेंगे। ग्रेजुएट होने के बाद आप सीधा परीक्षा देने के योग्य हो जाते हैं।
जानकारी
जल्दी तैयारी शुरु करने से क्या होगा?
UPSC की तैयारी बहुत ज्यादा समय और धैर्य मांगती है। जरुरी नहीं कि पहले ही प्रयास में सफलता मिल जाए। इस परीक्षा का पाठ्यक्रम पूरा करने में एक साल लगेगा। अगर आप जल्दी तैयारी शुरु करते हैं तो आपको पर्याप्त समय मिल सकेगा।