UPSC की सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी के लिए काफी है एक साल, अपनाएं ये टिप्स
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक परीक्षा मानी जाती है। इस परीक्षा को पास करने में कड़ी मेहनत के साथ-साथ उचित रणनीति का बहुत योगदान होता है। शिक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि अगर कुछ पहलुओं को ध्यान में रखा जाए तो एक साल में भी परीक्षा की तैयारी की जा सकती है। आइए UPSC की तैयारी की सही रणनीति जानते हैं।
अध्ययन सामग्री को संशोधित करें
सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का बेहद महत्वपूर्ण हिस्सा है कि आप अध्ययन सामग्री को संशोधित और संयोजित करें। याद रखें कि आपको अलग-अलग पुस्तकों और नोट्स का अध्ययन नहीं करना है क्योंकि इतने कम समय में नई-नई वस्तुओं को समझना और उनका अध्ययन करना संभव नहीं है। पाठ्यक्रम को पढ़कर हर विषय के लिए एक अध्ययन सोर्स तय कर लें और फिर सारे टॉपिक उसी से पढ़ें। इसके अलावा हर विषय की जानकारी को समय-समय पर संयोजित करते रहें।
प्राथमिकताएं तय करें
यदि आपको IAS की तैयारी एक साल में कुशलतापूर्वक करनी है तो अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी। UPSC का पाठ्यक्रम बहुत बड़ा है और इसे पूरा करने में कम से कम 8 से 10 महीने लगते हैं। पाठ्यक्रम जल्दी पूरा करने के लिए कठोर दिनचर्या बना लें। पाठ्यक्रम को देखकर तय कर लें कि कौन से विषयों को ज्यादा पढ़ने की जरुरत है। प्रतिदिन लक्ष्य निर्धारित कर पढ़ाई करें। हर दिन कितनी पढ़ाई की, इसकी भी लिस्ट बनाएं।
CSAT को नजरअंदाज न करें
UPSC की प्रारंभिक परीक्षा दो भागों में होती है। इसका पहला भाग GS होता है और दूसरा CSAT। सुनिश्चित करें कि आप CSAT में न्यूनतम 33 प्रतिशत अंक हासिल कर सकें। इसके लिए मॉक टेस्ट लगाएं। याद रखें कि यदि आप CSAT में 33 प्रतिशत अंक प्राप्त नहीं कर पाए तो आपके GS पेपर का मूल्याकंन भी नहीं किया जाएगा। CSAT के पाठ्यक्रम को ध्यान से समझें और अन्य विषयों के साथ इसकी भी पढ़ाई करें।
रोजाना अखबार पढ़ें
UPSC के पाठ्यक्रम में करेंट अफेयर्स से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। प्रतिदिन अखबार पढ़ने से सभी विषयों की नवीनतम जानकारी मिल जाती है। अगर आप तैयारी के दौरान लगातार एक साल तक रोजाना अखबार पढ़ते हैं तो आपको सभी विषयों की सटीक जानकारी मिलेगी।
पहले 3 महीने में खत्म कर लें NCERT
पहले महीने में परीक्षा के पैटर्न और पाठ्यक्रम को अच्छी तरह समझ लें, पढ़ने के लिए अध्ययन सामग्री इकट्ठी कर लें और पढ़ाई के लिए बनाई गई दिनचर्या में ढल जाएं। इसके बाद NCERT की पुस्तकों का अध्ययन करें। पढ़ना इस तरीके से शुरु करें कि प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के भाग कवर हो जाएंगे। पुस्तकों के अध्ययन के साथ शॉर्ट नोट्स बनाते जाएं। इन्हें हर दिन रिवाइज करें। करेंट अफेयर्स के लिए अलग नोटबुक बनाएं।
अगले 2 महीने पढ़ें GS के विषय
चौथे से छठवें महीने की अवधि में GS के विभिन्न विषयों की पढ़ाई शुरू कर दें। प्रारंभिक परीक्षा में राज्य व्यवस्था, इतिहास, संविधान और अर्थशास्त्र आदि महत्वपूर्ण विषयों से संबंधित सवाल पूछे जाते हैं। इन विषयों से संबंधित किताबों का एक-एक बार अध्ययन कर लें। ध्यान रहें कि एक दिन में दो से ज्यादा विषय न पढें। इन विषयों के साथ करेंट अफेयर्स का अध्ययन करते रहें। हर विषय को पढ़ते समय पिछले सालों के प्रश्नपत्रों का विश्लेषण करें।
6 महीने के अंदर तय कर लें ऑप्शनल विषय
UPSC की मुख्य परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए ऑप्शनल विषय की पढ़ाई जरूरी है। परीक्षा की तैयारी शुरु करने के 6 महीने बाद ऑप्शनल विषय पर निर्णय लेना चाहिए। इसके बाद GS की तैयारी के साथ साथ ऑप्शनल विषय की तैयारी करें।
आखिरी के 3 महीनों में करें उत्तर लेखन का अभ्यास
आखिरी 3 महीने की अवधि में उत्तर लेखन को मजबूत करें। अखबार पढ़ना जारी रखें और संपादकीय पर विशेष ध्यान दें। अखबार से आप एक ही विषय पर अच्छी राय और कई विचार एकत्र कर सकते हैं। प्रतिदिन कम से कम 2 उत्तर लिखने का प्रयास करें। उत्तरों के फॉर्मेट पर काम करें। मॉक टेस्ट सीरीज के जरिए भी आप उत्तर लेखन का अभ्यास कर सकते हैं। उत्तर लेखन की समझ बढ़ाने के लिए पुराने टॉपर्स की कॉपियां देखें।