
UPSC परीक्षा के लिए ग्रेजुएशन से ही शुरू कर दें तैयारी, आसान होगा लक्ष्य
क्या है खबर?
संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की सिविल सेवा परीक्षा पास कर IAS अधिकारी बनने का सपना बहुत लोगों का होता है, लेकिन अपना यह सपना बहुत कम लोग ही पूरा कर पाते हैं।
अगर आप देश की इस सबसे प्रतिष्ठित परीक्षा की तैयारी अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ ही शुरू कर दें तो लक्ष्य की प्राप्ति आपके लिए आसान हो जाएगी।
आइए जानते हैं कि इस परीक्षा को पास करने के लिए किस रणनीति के साथ तैयारी करनी चाहिए।
ग्रेजुएशन
ग्रेजुएशन में एडमिशन के दौरान विषयों का चुनाव सोच-समझकर करें
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होने के लिए न्यूनतम योग्यता ग्रेजुएशन है।
इसलिए कक्षा 12 पास करने के बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन लेते समय उन्हीं विषयों का चयन करें जिनमें आपको रूचि हो और जिन्हें आप UPSC में लेने की सोच रहे हों।
इससे आपको यह फायदा होगा कि जब आप UPSC की सिविल सेवा परीक्षा देंगे तो आपको अपने विषय की पहले से ही अच्छी जानकारी होगी।
NCERT
NCERT की किताबों और अखबारों का सहारा जरूरी
UPSC परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए आपके पास करंट अफेयर्स का अच्छा ज्ञान होना चाहिए।
समसामयिक मुद्दों की तैयारी करने के लिए आप राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) की किताबों और अखबारों का सहारा ले सकते हैं।
यह जरूरी है कि जो मुख्य विषय हैं, उनकी कक्षा 8 से 12 तक की NCERT की किताबों को जरूर पढ़ें। इससे आपका इन विषयों का आधार मजबूत होगा।
कोचिंग
ग्रेजुएशन के साथ-साथ शुरू कर सकते हैं कोचिंग
अगर आप यह सोच रहे हैं कि UPSC की तैयारी सिर्फ बड़े शहर में ही जाकर की जा सकती है तो आप बिल्कुल गलत हैं।
परीक्षा की तैयारी के लिए मार्गदर्शन जरूरी है, इसलिए आप चाहें तो अपने ग्रेजुएशन की पढ़ाई के साथ-साथ ऑनलाइन कोचिंग की मदद लें सकते हैं।
इससे आपकी ग्रजुएशन की पढ़ाई भी पूरी होती रहेगी और आप अपनी परीक्षा की तैयारी भी विशेषज्ञ शिक्षकों की मदद से अच्छी तरह से कर पाएंगे।
उत्तर लेखन
उत्तर लेखन का अभ्यास भी है जरूरी
सिविल सेवा की प्रारंभिक परीक्षा लोग अक्सर आसानी से पास कर लेते हैं, लेकिन मुख्य परीक्षा पास करना कठिन होता है।
मुख्य परीक्षा में बेहतर अंक लाने के लिए आपको उत्तर लिखने का अभ्यास निरंतर करते रहना चाहिए।
अभ्यास का मतलब इस बात से है कि ऐसे प्रश्नों के उत्तर लिखें जिनके परीक्षा में पूछे जाने की अधिक संभावना है। इसका मतलब यह बिल्कुल नहीं कि जो भी प्रश्न मन में आया, उसी का उत्तर लिखना शुरू कर दें।
मजबूत
खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से बनाएं मजबूत
चूंकि आप इस परीक्षा की तैयारी ग्रेजुएशन से ही करना शुरू करने वाले हैं, इसलिए हो सकता है कि तैयारी के बीच में आपके सामने ऐसे अवसर आएं जब आपका मनोबल टूट जाए, लेकिन आपको हिम्मत नहीं हारनी है।
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा पास करना वाकई में कठिन है। ऐसे में आपको इसकी तैयारी के लिए मानसिक और शारीरिक रूप से बहुत मजबूत होना पड़ेगा।
चयन प्रक्रिया
UPSC सिविल सेवा की चयन प्रक्रिया क्या है?
UPSC की सिविल सेवा परीक्षा में कुल 11 पेपर होते हैं।
प्रारंभिक परीक्षा में दो पेपर होते हैं और जो उम्मीदवार इनमें पास हो जाते हैं, उन्हें मुख्य परीक्षा में नौ पेपर देने होते हैं।
मुख्य परीक्षा में सफल होने वाले उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है। मुख्य परीक्षा 1,750 नंबर और इंटरव्यू 275 नंबर का होता है।
अंतिम परिणाम तीनों चरणों, प्रारंभिक, मुख्य और इंटरव्यू, के पूरा होने के बाद घोषित किया जाता है।