गर्मी से निपटने के लिए स्कूलों के लिए गाइडलाइंस जारी, बदल सकती है टाइमिंग
क्या है खबर?
भीषण गर्मी को देखते हुए केंद्र सरकार ने बुधवार को स्कूली बच्चों के लिए गाइडलाइंस जारी कीं।
इन गाइलडलाइंस में बताया गया है कि स्कूल चाहें तो छात्रों को सुबह 7:00 बजे बुला सकते हैं और प्रतिदिन स्कूल के घंटों की संख्या कम कर सकते हैं।
इसके अलावा स्कूल पोशाक के नियमों में छूट दे सकते हैं और चमड़े के जूतों के स्थान पर कैनवास के जूते उपयोग करने की अनुमति दी जा सकती है।
सुझाव
शिक्षा मंत्रालय ने कक्षाओं में असेंबली आयोजित करने का दिया सुझाव
शिक्षा मंत्रालय ने स्कूलों को जारी गाइडलाइंस में कहा, "खेल और अन्य बाहरी गतिविधियां जो छात्रों को सीधे सूर्य के प्रकाश के संपर्क में लाती हैं, उन्हें सुबह-सुबह उचित रूप से समायोजित किया जा सकता है।"
इसमें आगे सुझाव दिया गया है कि स्कूल असेंबली कम समय में कवर क्षेत्रों या कक्षाओं में आयोजित की जानी चाहिए और स्कूल खत्म होने के बाद भी इसी तरह की सावधानी बरती जा सकती है।
स्कूल
स्कूल आने-जाने के दौरान इन बातों का रखें ध्यान
गाइडलाइंस में आगे कहा गया है कि स्कूल बस या वैन में अधिक बच्चे नहीं होने चाहिए और वाहनों में उतने ही छात्र होने चाहिए, जितनी उनमें सीट होती है।
इसके अलावा बस या वैन में पीने का पानी और प्राथमिक चिकित्सा किट उपलब्ध कराने के लिए भी कहा गया है।
जो छात्र पैदल या साइकिल से स्कूल आते हैं, उन्हें रास्ते में अपना सिर ढंक कर चलने की सलाह दी गई है।
भोजन
छात्रों को ताजा और स्वस्थ भोजन परोसने की सलाह
शिक्षा मंत्रालय ने कहा है कि स्कूलों में कैंटीनों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ताजा और स्वस्थ भोजन परोसा जाए और सलाह दी कि लंच के समय बच्चे हल्का भोजन करें।
इसके अलावा आवासीय स्कूलों को छात्रों के लिए मसालेदार भोजन बनाने से बचने का सुझाव दिया गया है और कक्षाओं, छात्रावासों और डाइनिंग हॉल में पानी और बिजली की निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है।
हीट स्ट्रोक
हल्के हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए स्कूलों में ORS घोल सुनिश्चित करें स्कूल
स्कूल को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी पंखे काम कर रहे हों और सभी कक्षाएं हवादार हों। इसके साथ ही स्कूलों को वैकल्पिक पावर बैक अप की उपलब्धता की व्यवस्था का भी सुझाव दिया गया है।
गाइडलाइंस में हल्के हीट स्ट्रोक के इलाज के लिए ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन (ORS) घोल या नमक और चीनी के घोल के पाउच स्कूलों में उपलब्ध कराए जाने की बात कही गई है।
बढ़ता तापमान
न्यूजबाइट्स प्लस
विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की तरफ से जारी की गई रिपोर्ट 'द ग्लोबल एनुअल टू डिकेडल क्लाइमेट अपडेट' के हवाले से पता चला है कि इस बात की करीब 48 फीसदी सम्भावना है कि अगले पांच वर्षों में वैश्विक तापमान में होती वृद्धि 1.5 डिग्री सेल्सियस की सीमा को पार कर जाएगी।
वैश्विक तापमान में होती वृद्धि पहले ही पूर्व-औद्योगिक काल के औसत तापमान स्तर से 1.1 डिग्री सेल्सियस ज्यादा हो चुकी है।